पटना। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष पर सारण जिले के रिविलगंज खंड में विजयादशमी उत्सव एवं पथ संचलन का आयोजन किया गया। संचलन को देख समाज का उत्साह और सहभाग देखने योग्य था। विभिन्न स्थानों पर स्थानीय नागरिकों द्वारा पुष्प वर्षा कर स्वयंसेवकों का उत्साह वर्धन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अरविंद पब्लिक स्कूल (मुकरेरा) के निदेशक सत्येंद्र कुमार सिंह, विशिष्ट अतिथि के रूप में गौतम ऋषि मंदिर के महंत प्रभात दास महाराज तथा जिला कार्यवाह संजीव कुमार चौबे की उपस्थिति में कार्यक्रम संपन्न हुआ।
मुख्य अतिथि सत्येंद्र कुमार सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बिना किसी प्रचार-प्रसार के, निष्ठा और समर्पण के साथ निरंतर राष्ट्रसेवा में तत्पर है। संघ के स्थापना काल से लेकर अब तक की यात्रा अनेक उतार-चढ़ावों से भरी रही है, परंतु उन सभी परिस्थितियों में संघ ने अपने सिद्धांत, अनुशासन और राष्ट्रभावना को सर्वोपरि रखते हुए सतत प्रगति का मार्ग अपनाया है। आज संघ के स्वयंसेवकों के कठोर परिश्रम, साधना और तप का ही परिणाम है कि शताब्दी वर्ष का यह उत्सव पूरे समाज का उत्सव बन गया है।
वहीं जिला कार्यवाह संजीव कुमार ने संघ स्थापना की पृष्ठभूमि से वर्तमान तक की यात्रा पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए पंच परिवर्तन (स्वबोध, नागरिक कर्तव्य, पर्यावरण, सामाजिक समरसता तथा परिवार प्रबोधन) जैसे विषय पर विस्तार से अपना विषय रखा। उन्होंने कहा कि 1925 में डॉ. हेडगेवार जी द्वारा रखी गई संघ की नींव आज देश के प्रत्येक कोने तक फैल चुकी है। व्यक्ति से समाज तथा समाज से राष्ट्र बनता है इसलिए संघ का उद्देश्य केवल संगठन निर्माण नहीं, बल्कि व्यक्ति निर्माण है, जो राष्ट्र को परम वैभव के शिखर पर ले जा सकें।
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