बाड़मेर जिले की आरजीटी पुलिस ने नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए एक फरार डोडा-पोस्त सप्लायर को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार आरोपी पिछले तीन सालों से फरार चल रहा था और उसकी तलाश में पुलिस लगातार प्रयासरत थी। आखिरकार धरकरभर अभियान के तहत पुलिस को सफलता मिली और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, वर्ष 2023 में आरजीटी थाना पुलिस ने नशे की बड़ी खेप पकड़ी थी। उस समय पुलिस ने करीब 383.8 किलो डोडा-पोस्त बरामद किया था। इस मामले में प्राथमिक जांच के दौरान पता चला कि मादक पदार्थ की सप्लाई जीवनसिंह नामक व्यक्ति ने प्रतापगढ़ से की थी। कार्रवाई के दौरान जीवनसिंह पुलिस के हाथ नहीं लगा और तभी से फरार चल रहा था। पुलिस ने उसके खिलाफ प्रकरण दर्ज कर तलाश शुरू की थी।
तीन वर्षों तक लगातार फरार रहने के बाद, अब आरजीटी पुलिस को पुख्ता सूचना मिली कि जीवनसिंह किसी रिश्तेदार के घर छिपा हुआ है। सूचना के आधार पर पुलिस ने जाल बिछाया और दबिश देकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी से प्रारंभिक पूछताछ की, जिसमें कई अहम जानकारियाँ सामने आई हैं। बताया जा रहा है कि जीवनसिंह प्रतापगढ़ और आसपास के क्षेत्रों से अवैध रूप से डोडा-पोस्त मंगवाकर बाड़मेर जिले में सप्लाई करता था।
थानाधिकारी ने बताया कि आरोपी का आपराधिक रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि वह नशे के कारोबार से जुड़े कई अन्य तस्करों के संपर्क में था। पुलिस अब उससे पूछताछ कर यह जानने की कोशिश कर रही है कि इस नेटवर्क में और कौन-कौन लोग शामिल हैं तथा नशे की सप्लाई किन-किन रास्तों से होती थी।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जिले में मादक पदार्थों की रोकथाम के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। “धरकरभर” नामक इस अभियान के तहत पिछले कुछ महीनों में कई तस्करों को गिरफ्तार किया गया है और बड़ी मात्रा में अवैध नशीले पदार्थ जब्त किए गए हैं। उन्होंने कहा कि समाज में नशे के बढ़ते प्रभाव को रोकना पुलिस की प्राथमिकता है और किसी भी कीमत पर नशे के अवैध कारोबार को पनपने नहीं दिया जाएगा।
स्थानीय लोगों ने भी आरजीटी पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है। लोगों का कहना है कि ऐसे तस्करों की गिरफ्तारी से युवाओं को नशे से बचाने में मदद मिलेगी। ग्रामीणों ने उम्मीद जताई कि पुलिस भविष्य में भी इसी तरह नशा माफिया के खिलाफ सख्त कदम उठाती रहेगी।
इस कार्रवाई ने एक बार फिर यह संदेश दिया है कि चाहे आरोपी कितना भी शातिर क्यों न हो, कानून के शिकंजे से बच पाना मुश्किल है। तीन साल की लंबी फरारी के बाद आखिरकार न्याय के दायरे में आए जीवनसिंह की गिरफ्तारी से पुलिस को बड़ी सफलता मिली है और नशे के खिलाफ चल रहे अभियान को नई मजबूती मिली है।
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