शहर में सक्रिय पेट्रोल चोर गैंग अब वाहन मालिकों के लिए सिरदर्द बन चुका है। यह गिरोह चोरी-छिपे पेट्रोल में पानी मिलाकर न केवल लोगों को आर्थिक नुकसान पहुँचा रहा है, बल्कि उनके वाहनों के इंजन सीज होने का खतरा भी बढ़ा रहा है। जांच में सामने आया है कि कुछ क्षेत्रों में इस गैंग ने पेट्रोल चोरी कर उसमें पानी मिलाकर उसे फिर से बाजार में बेचने का जाल फैला रखा है।
सूत्रों के अनुसार, यह गिरोह देर रात पार्किंग एरिया, सुनसान सड़कों या पेट्रोल पंपों के आसपास सक्रिय रहता है। मौका मिलते ही ये चोर कारों और बाइकों की टंकी से पेट्रोल निकाल लेते हैं। चोरी किए गए पेट्रोल में 2 से 3 लीटर तक पानी मिलाकर उसे स्थानीय स्तर पर बेचा जा रहा है। इससे पेट्रोल की मात्रा तो बढ़ जाती है, लेकिन उसकी गुणवत्ता पूरी तरह खत्म हो जाती है।
वाहन विशेषज्ञों का कहना है कि पेट्रोल में पानी मिलना किसी भी वाहन के लिए बेहद हानिकारक है। पानी की कुछ बूंदें भी इंजन में पहुंच जाएं तो पिस्टन, वाल्व और फ्यूल इंजेक्शन सिस्टम को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती हैं। इससे इंजन “नॉक” करने लगता है और लंबे समय तक ध्यान न देने पर इंजन सीज भी हो सकता है। मरम्मत का खर्च लाखों रुपये तक पहुंच सकता है।
ऑटोमोबाइल एक्सपर्ट विकास शर्मा बताते हैं —
“पेट्रोल में पानी मिलाने से उसकी विस्फोटक क्षमता घट जाती है। इंजन सही दहन नहीं कर पाता, जिससे धुआं ज्यादा और पिकअप कम हो जाता है। ऐसे पेट्रोल से चलने वाले वाहन जल्दी खराब होते हैं और माइलेज भी 40% तक घट सकता है।”
पुलिस सूत्रों का कहना है कि इस मामले की जांच जारी है और कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया गया है। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि यह गैंग चोरी का पेट्रोल सस्ते दामों पर गैरकानूनी तरीके से बेचता था। पुलिस ने पेट्रोल पंप संचालकों से भी सतर्क रहने और संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत सूचना देने की अपील की है।
शहर के कई वाहन मालिकों ने शिकायत की है कि हाल ही में उनके वाहनों की परफॉर्मेंस अचानक गिर गई है और इंजन से अजीब आवाज आने लगी है। कुछ लोगों ने बताया कि टंकी में झाग और पानी जैसी परत दिखाई दी। यह इस बात का संकेत है कि पेट्रोल में मिलावट हो चुकी है।
विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि वाहन मालिक हमेशा भरोसेमंद पेट्रोल पंप से ही ईंधन भरवाएं और टंकी पूरी भरवाने के बजाय आधी टंकी रखें, ताकि किसी भी गड़बड़ी का तुरंत पता चल सके। साथ ही, फ्यूल फिल्टर और इंजन ऑयल की नियमित जांच बेहद जरूरी है।
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि अगर उन्हें पेट्रोल में पानी या अन्य संदिग्ध तत्व मिलाने की आशंका हो, तो तुरंत जिला आपूर्ति अधिकारी या पुलिस कंट्रोल रूम में शिकायत दर्ज कराएं।
यह घटना शहर में ईंधन चोरी और मिलावट के बढ़ते मामलों पर गंभीर सवाल खड़े करती है। अगर समय रहते कार्रवाई नहीं हुई, तो यह गैंग न सिर्फ लाखों का आर्थिक नुकसान करेगा, बल्कि सैकड़ों वाहनों के इंजन को स्थायी नुकसान पहुँचा सकता है।
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