फिल्म जगत से एक दुखद खबर आ रही है जिसने लोगों को चौंका दिया है। सन ऑफ सरदार और यमला पगला दीवाना जैसी फिल्मों में नजर आए मशहूर अभिनेता मुकुल देव का निधन हो गया है। वह महज 54 साल के थे। मुकुल देव 'सन ऑफ सरदार', 'आर...राजकुमार', 'जय हो' जैसी फिल्मों में अपने काम के लिए जाने जाते हैं।
शुक्रवार रात को हुआ निधन
जानकारी के मुताबिक, मुकुल देव का शुक्रवार रात को निधन हो गया। शनिवार को जब उनके दोस्तों को उनकी मौत की खबर मिली तो वे उनके घर पहुंचे। उनकी मौत के कारणों की पुष्टि नहीं हो सकी। उनके परिवार और दोस्तों की ओर से आधिकारिक बयान का इंतजार है।
दोस्तों और प्रशंसकों को लगा बड़ा झटका
मुकुल देव के निधन से उनके दोस्तों और प्रशंसकों को बड़ा झटका लगा है। उनके दोस्तों की लिस्ट भले ही छोटी रही हो लेकिन वह हमेशा अपनी खुशमिजाजी के लिए जाने जाते रहे हैं। बॉलीवुड में एक प्रयोगधर्मी अभिनेता के तौर पर अपनी पहचान बनाने वाले अभिनेता मनोज बाजपेयी ने अपने प्रिय मित्र को याद करते हुए उनके दुनिया को अलविदा कहने पर दुख जताया है।
मनोज बाजपेयी का दर्द झलका
अभिनेता ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट कर कहा कि मैं जो महसूस कर रहा हूं उसे शब्दों में बयां करना असंभव है। मुकुल एक भाई की तरह थे, एक कलाकार जिनकी गर्मजोशी और जुनून बेजोड़ था। बहुत जल्दी, बहुत कम उम्र में चले गए। उनके परिवार और इस नुकसान से दुखी सभी लोगों के लिए शक्ति और उपचार की प्रार्थना करता हूं। मेरी याद आती है मेरे प्यार... जब तक हम फिर से न मिलें। ओम शांति 🙏🏼
दस्तक से लेकर आर तक...राजकुमार ने अपनी एक्टिंग का हुनर दिखाया
मुकुल देव बॉलीवुड में एक जाना-माना नाम रहे हैं। वे हजारों प्रशंसकों के दिलों में जगह बना चुके हैं। उन्होंने छोटे पर्दे से लेकर बड़े पर्दे तक खूब नाम कमाया है। उन्होंने अमिताभ बच्चन की कंपनी एबीसीएल से फिल्मों में अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी, जिससे उन्हें फिल्म देखा और नाम क्या है में रोल मिला था, लेकिन यह फिल्म बंद हो गई।
इसके बाद उन्होंने 1996 में दस्तक में एसीपी रोहित मल्होत्रा के रूप में अपनी फिल्म की शुरुआत की, इस फिल्म में मिस यूनिवर्स सुष्मिता सेन भी थीं। इसके बाद वह किला (1998), वजूद (1998), कोहराम (1999) और मुझे मेरी बीवी से बचाओ (2001) जैसी कई फिल्मों में दिखाई दिए। हाल के वर्षों में, उन्होंने यमला पगला दीवाना (2011), सन ऑफ सरदार (2012), आर...राजकुमार (2013) और जय हो (2014) जैसी फिल्मों में सहायक भूमिकाएँ निभाई हैं।
You may also like
चीनी राज्य परिषद की कार्यकारी बैठक में कार्य योजना को मंजूरी
मजरूह सुल्तानपुरी जिन्हें नेहरू के ख़िलाफ़ नज़्म लिखने के लिए हुई थी जेल
NYT Strands Puzzle Hints and Answers for May 24, 2025
बॉलीवुड निर्देशकों की पहली पसंद क्यों बना आमेर फोर्ट? वायरल फुटेज में जानिए यहां किन किन फिल्मों की हो चुकी है शूटिंग
बॉलीवुड निर्देशकों की पहली पसंद क्यों बना आमेर फोर्ट? वायरल फुटेज में जानिए यहां किन किन फिल्मों की हो चुकी है शूटिंग