चित्तौड़गढ़ किला अब आधुनिक सुविधाओं से लैस होने जा रहा है। भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की पर्वतमाला योजना के तहत चित्तौड़गढ़ किले पर रोपवे निर्माण की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। केंद्र सरकार ने इस परियोजना के लिए टेंडर जारी कर दिया है, जिससे किले तक पहुंचने का रास्ता और सुगम और रोमांचक होने जा रहा है। चित्तौड़गढ़ सांसद सी. पी. जोशी ने कहा- अब यह महत्वाकांक्षी परियोजना आकार लेती नजर आ रही है। प्रस्तावित रोपवे करीब 1 किलोमीटर लंबा होगा और यह चतरंग मोरी से शुरू होकर विद्या निकेतन स्कूल के पास बनेगा। इस मार्ग से न केवल पर्यटक आसानी से किले तक पहुंच सकेंगे, बल्कि हवाई मार्ग से चित्तौड़गढ़ के ऐतिहासिक नजारों का रोमांचकारी अनुभव भी कर सकेंगे।
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
चित्तौड़गढ़ किला यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल है और हर साल हजारों की संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक इसकी भव्यता को देखने आते हैं। किले तक पहुंचने के लिए अभी एक ही रास्ता है, दूसरा कोई वैकल्पिक मार्ग नहीं है। यहां एक ही सड़क होने के कारण विशेष दिनों में जाम लग जाता है। फिलहाल जिला कलेक्टर की मांग पर किले के पीछे का रास्ता खोलने पर विचार-विमर्श चल रहा है। लेकिन इसी बीच अच्छी खबर यह भी मिली कि रोपवे के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है। रोपवे की सुविधा से पर्यटकों को आरामदायक और तेज रास्ता मिलेगा, जिससे उनका अनुभव और भी बेहतर होगा। इससे पर्यटन बढ़ने की संभावना है और स्थानीय रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
पर्वतमाला योजना के तहत 4 स्थानों को सौगात
भारत सरकार की पर्वतमाला योजना का उद्देश्य दुर्गम और ऊंचाई वाले क्षेत्रों को रोपवे जैसी परिवहन सुविधा से जोड़ना है। इस योजना के तहत चित्तौड़गढ़ के अलावा राजस्थान में तीन और स्थानों का चयन किया गया है, जहां रोपवे निर्माण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। यह पहल न केवल पर्यटन को बढ़ावा देगी, बल्कि पर्यावरण की दृष्टि से भी कारगर साबित होगी क्योंकि इससे वाहनों पर निर्भरता कम होगी और प्रदूषण भी कम होगा।
जनप्रतिनिधियों का आभार
सांसद जोशी ने इस परियोजना की स्वीकृति और टेंडर जारी करने के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उपमुख्यमंत्री एवं पर्यटन मंत्री दीया कुमारी का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि यह रोपवे परियोजना चित्तौड़गढ़ के गौरव को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी और आने वाले वर्षों में यह पर्यटकों के लिए आकर्षण का प्रमुख केंद्र बनकर उभरेगी।
स्थानीय लोगों में उत्साह
इस घोषणा के बाद चित्तौड़गढ़ के लोगों और स्थानीय व्यापारियों में खुशी की लहर है। होटल, गाइड, टैक्सी सेवा और हस्तशिल्प से जुड़े लोगों को उम्मीद है कि रोपवे के निर्माण से पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी होगी, जिससे उनकी आय में भी वृद्धि होगी। साथ ही चित्तौड़गढ़ को पर्यटन मानचित्र पर नई पहचान भी मिलेगी। चित्तौड़गढ़ किले पर प्रस्तावित रोपवे न केवल तकनीकी और संरचनात्मक उपलब्धि होगी, बल्कि ऐतिहासिक धरोहरों को आधुनिकता से जोड़ने की एक सुंदर पहल भी होगी। यह सौगात आने वाले समय में चित्तौड़गढ़ की अर्थव्यवस्था और पर्यटन दोनों को नई उड़ान देगी। अब सबकी निगाहें इस परियोजना के शीघ्र निर्माण और शुभारंभ पर टिकी हैं।
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