पेशी के लिए कोर्ट में लाया गया एक वांछित अपराधी पुलिस हिरासत में 45 मिनट तक मोबाइल पर बात करता रहा। हिस्ट्रीशीटर का मोबाइल पर बात करते हुए वीडियो व फोटो वायरल हो गए हैं। मुख्यमंत्री के दौरे से पहले फोटो व वीडियो वायरल होते ही एसपी भुवन भूषण यादव ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए तुरंत तत्परता दिखाई और लापरवाही बरतने पर एक एएसआई व दो कांस्टेबल को निलंबित कर दिया।
एसपी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच सीओ सिटी प्रशांत किरण को सौंपी है। पुलिस ने हाल ही में आरके ग्रुप 0056 के सरगना हिस्ट्रीशीटर रविंद्र कटेवा के गुर्गे व 10 हजार रुपए के इनामी हिस्ट्रीशीटर मनोज महला को पकड़ा था। उसे गुरुवार को कोर्ट में पेश होना था। इसके लिए उसे कोर्ट लाया गया था। जहां कोर्ट परिसर में ही वह दादिया थाने के एएसआई व दो कांस्टेबल के सामने 45 मिनट तक मोबाइल पर बात करता रहा। लोगों ने इसका वीडियो बनाकर एसपी को भेज दिया। एसपी भूषण यादव ने इस पर तुरंत कार्रवाई करते हुए एएसआई रोहिताश्व कुमार और दोनों कांस्टेबल संदीप कुमार व किशोर कुमार को निलम्बित कर दिया। गौरतलब है कि उक्त वांछित अपराधी वारदात को अंजाम देने के बाद पांच दिन तक अपने घर पर ही था, लेकिन दादिया थाना पुलिस ने मामला दर्ज होने के बाद भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया।
एएसआई और कांस्टेबल आपस में बात करने में व्यस्त थे-
दड़िया थाने के एएसआई रोहिताश्व कुमार, कांस्टेबल संदीप कुमार और किशोर कुमार वांछित अपराधी हिस्ट्रीशीटर मनोज महला को चार दिन के पुलिस रिमांड के बाद 17 अप्रैल को कोर्ट में लेकर आए थे। कोर्ट परिसर में किसी ने पुलिस के सामने हिस्ट्रीशीटर मनोज महला को मोबाइल फोन दिया, जिस पर आरोपी ने पुलिस के सामने करीब डेढ़ घंटे तक बात की। एएसआई और दोनों कांस्टेबल किसी से बात करने में व्यस्त थे और आरोपी बिना किसी झिझक के कुर्सी पर बैठकर लगातार मोबाइल पर बात कर रहा था। इस घटनाक्रम को सभी अधिवक्ता और अन्य लोग देख रहे थे। कुछ लोगों ने हिस्ट्रीशीटर की मोबाइल पर काफी देर तक बात करते हुए फोटो और वीडियो बना ली।
यह था मामला- आरके ग्रुप 0056 गैंग के सरगना हिस्ट्रीशीटर रविन्द्र कटेवा, हिस्ट्रीशीटर मनोज महला व उसकी गैंग के सदस्यों ने 25 नवम्बर 2024 को गुमाना का बास में शादी समारोह से कार में लौट रहे सुरेश कुमार मुनवाल व उसके दोस्त पर जानलेवा हमला कर दिया था। सुरेश पर फायरिंग की थी तथा लोहे की रॉड से उसके हाथ-पैर तोड़ दिए थे। पीड़ित श्रवण कुमार भादवासी ने अगले ही दिन दादिया थाने में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था। सीओ सिटी प्रशांत किरण, डीएसटी टीम, उद्योग नगर थाने के नेतृत्व में गठित टीम ने साढ़े चार माह बाद 12 अप्रैल को 10 हजार के इनामी बदमाश हिस्ट्रीशीटर मनोज महला पुत्र सुमेर जाट निवासी बलरिया मुकुंदगढ़ को जयपुर के मुरलीपुरा से गिरफ्तार कर लिया। मनोज महला झुंझुनूं के मुकुंदगढ़ थाने का हिस्ट्रीशीटर है तथा उसके खिलाफ विभिन्न थानों में हत्या के प्रयास, जमीन पर कब्जा, मारपीट, अवैध हथियार रखने सहित अन्य गंभीर अपराधों के 11 मामले दर्ज हैं। आरोपी विवादित जमीनों पर कब्जा कर गरीब परिवारों की जमीनों को औने-पौने दामों में खरीदकर पीड़ितों को भगा देते थे। आरोपी हरियाणा, पंजाब, यूपी, एमपी, हिमाचल प्रदेश समेत कई राज्यों में फरार हो चुके थे। एसपी ने 08 जनवरी को हिस्ट्रीशीटर रविंद्र कटेवा पर 25 हजार रुपये और विकास बटार, संदीप गिल, रोहित कुमार, मनोज महला और सोनू ढाका पर 10-10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। इनमें से हिस्ट्रीशीटर मनोज महला को छोड़कर अन्य बदमाश अभी फरार हैं।
लापरवाही बरतने पर पुलिसकर्मी तत्काल निलंबित -
जैसे ही हिस्ट्रीशीटर मनोज महला द्वारा मोबाइल पर बात करने की घटना मेरे संज्ञान में आई, मैंने तत्काल एक एएसआई रोहिताश कुमार और दोनों कांस्टेबल संदीप कुमार और किशोर कुमार को निलंबित कर दिया। उक्त मामले की जांच सीओ सिटी प्रशांत किरण को दी गई है। ऐसी लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
भुवन भूषण यादव, पुलिस अधीक्षक, सीकर
मामले में निलंबित किए गए एएसआई रोहिताश्व कुमार का कहना है कि आरोपी मनोज महला ने उनसे कहा था कि वह अपने वकील से बात करना चाहता है। तो वहां मौजूद पुलिस ने किसी आदमी के फोन से मनोज की उसके वकील से बात करवाई।
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