कहते हैं पुराना ही सोना होता है। यह बात आप भी मानते होंगे। क्योंकि पुरानी चीजें सभी को पसंद होती हैं। जयपुर संग्रहालय राजस्थान के सबसे पुराने संग्रहालयों में से एक है। यह जयपुर के पर्यटन स्थलों की सूची में पहले स्थान पर है। अगर आप जयपुर घूमने जा रहे हैं तो एक बार इस संग्रहालय में जरूर जाएं। इस संग्रहालय ने राजस्थान की सभी धरोहरों को एक जगह पर समेटा हुआ है। यहां आपको सांस्कृतिक या शैक्षणिक विषयों पर अधिक जानकारी मिलेगी। तो आइए जानते हैं इस संग्रहालय को बनाने का उद्देश्य, इसका निर्माण कब और किसने करवाया।
अल्बर्ट हॉल संग्रहालय की स्थापना
इस संग्रहालय की स्थापना 6 फरवरी 1876 को की गई थी। लेकिन इसे पर्यटकों के लिए 1887 में खोला गया था। यह करीब 140 साल पुराना संग्रहालय है, जो जयपुर में राम निवास गार्डन के पास नए सांगानेरी गेट के सामने स्थित है। इसकी स्थापना महाराजा राम सिंह ने की थी।
क्यों बनाया गया था संग्रहालय
इस संग्रहालय की स्थापना प्रिंस अल्बर्ट एडवर्ड की जयपुर यात्रा के दौरान की गई थी। दरअसल अल्बर्ट नाम की एक इमारत बनाई गई थी, जहां अल्बर्ट एडवर्ड रहा करते थे, बाद में वे इस इमारत को टाउन हॉल के तौर पर रखना चाहते थे। लेकिन यहां के राजा को यह सुझाव पसंद नहीं आया। इसके बाद इसे सांस्कृतिक या शैक्षणिक उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल करने का सुझाव दिया गया और फिर इसे संग्रहालय के रूप में स्थापित कर दिया गया। हालांकि, इस संग्रहालय को 1880 में जयपुर के स्थानीय शिल्पकारों की कलाकृति को प्रदर्शित करने का मुख्य केंद्र बनाया गया।
इसके बाद इस संग्रहालय को राजस्थान से जुड़ी पौराणिक वास्तुकला, साहित्य और सिक्कों के संग्रह का केंद्र बनाया गया, जिसे देखने के लिए देश-विदेश से लोग हर दिन हजारों की संख्या में आते हैं। यहां की वास्तुकला लोगों के मन को भाती है। आपको बता दें कि इस संग्रहालय में आपको राजस्थान से जुड़े युद्ध, राजा-महाराजाओं से जुड़ी सभी जानकारियां मिल जाएंगी। वहीं, इस संग्रहालय में राजाओं की कीमती वस्तुएं भी प्रदर्शित की गई हैं। इसलिए इसे पर्यटकों के घूमने का मुख्य केंद्र माना जाता है। यह संग्रहालय जयपुर किले से 10 मिनट की दूरी पर स्थित है।
संग्रहालय खुलने का समय और प्रवेश शुल्क
संग्रहालय हर दिन सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक और फिर शाम 7:00 बजे से रात 10:00 बजे तक खुला रहता है। संग्रहालय में प्रवेश टिकट की कीमत 40 रुपये है और विदेशियों के लिए इसकी कीमत 300 रुपये है।
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