न्यूजीलैंड के वरिष्ठ बल्लेबाज केन विलियमसन ने हाल ही में अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी को लेकर उत्साह व्यक्त किया है। आगामी इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों की वनडे श्रृंखला में हिस्सा लेने से पहले उन्होंने कहा कि उनकी उपलब्धता पर न्यूजीलैंड क्रिकेट (NZC) के साथ बातचीत जारी है। बता दें कि यह उनकी पहली अंतरराष्ट्रीय वापसी है, चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के बाद।
विलियमसन बोले, खेल से अब भी है गहरा प्यारविलियमसन वर्तमान में NZC के साथ कैजुअल कॉन्ट्रैक्ट पर हैं और उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की T20I श्रृंखला नहीं खेली। इसके अलावा, उन्होंने ज़िम्बाब्वे दौरे को भी छोड़ दिया और इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट और द हंड्रेड टूर्नामेंट में भाग लिया ताकि मैच अभ्यास और फॉर्म पर ध्यान केंद्रित कर सकें।
उन्होंने बोर्ड द्वारा शेयर एक वीडियो के माध्यम से कहा कि परिवार और क्रिकेट के बीच संतुलन उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण है, और इसी कारण से वह समय-समय पर उपलब्धता पर बातचीत कर रहे हैं। विलियमसन ने अपने करियर और खेल के प्रति प्रेम को साझा किया, और कहा कि उन्हें हमेशा बेहतर बनने और विभिन्न फॉर्मेट का अनुभव लेने की इच्छा रही है।
उन्होंने यह भी बताया कि ब्लैककैप्स के डगआउट में लौटकर अच्छा लग रहा है, और टीम में होने का अनुभव उनके लिए हमेशा विशेष रहा है। मुझे अभी भी खेल से प्यार है और मैं लगातार बेहतर बनने, कड़ी मेहनत करने और टीम के लिए योगदान देने की इच्छा रखता हूँ। यह मेरे जीवन का अहम हिस्सा रहा है।
विलियमसन ने यह भी कहा कि आगामी 2027 वनडे विश्व कप के बारे में अभी बहुत दूर की योजना नहीं बना रहे हैं। वह टीम की आवश्यकताओं और संतुलन को ध्यान में रखते हुए कदम दर कदम आगे बढ़ना चाहते हैं। उन्होंने जोर दिया कि राष्ट्रीय टीम का हिस्सा होना उनके लिए एक विशेष सम्मान है और वह जहां भी टीम को उनकी जरूरत हो, योगदान देने के लिए तैयार हैं।
You may also like

वेनेजुएला पर कभी भी हमला कर सकता है अमेरिका? ट्रंप ने सबसे बड़े हमलावर एयरक्राफ्ट कैरियर को भेजा, मादुरो का होगा तख्तापलट!

Foreign Currency Reserve: सोने की बदौलत विदेशी मुद्रा भंडार फिर पहुंचा 700 अरब डॉलर के पार

भूखे कोबरा ने 'निगल' लिया जिंदा सांप, स्नेक कैचर ने उल्टा लटकाया तो 'उगला', रेस्क्यू में दिखा खौफनाक मंजर

(अपडेट) स्टॉक मार्केट में मिडवेस्ट लिमिटेड की जोरदार एंट्री, मुनाफे में आईपीओ निवेशक

भारत जल्दबाजी में या दबाव में आकर व्यापार समझौते नहीं करता: पीयूष गोयल




