साइबर फ्रॉड करने वाले जलसाज कई तरीके अपनाते हैं। ऐसे ही आजकल हिडन मालवेयर सॉफ्टवेयर के माध्यम से भी स्कैमर्स लोगों को चूना लगा रहे हैं। इसके बारे में सरकार के द्वारा भी लोगों को सावधान रहने की नसीहत की जा चुकी है। फ्रॉड के इस तरीके में लोगों को भनक भी नहीं पड़ती है कि उनके फोन या लैपटॉप में मालवेयर आ गया है। इसके बारे में यूजर्स तो नहीं जान पाते, लेकिन ये फोन में उपस्थित जानकारी का इस्तेमाल करके लोगों के वित्तीय चपत लगा देते हैं।
कैसे होती है ये ठगी? इस प्रकार के फ्रॉड में ठग यूजर्स को अमेजन, फ्लिपकार्ट या आयकर विभाग किसी से हनी सिंह सरकारी संस्थाओं के नाम पर फर्जी ईमेल या मैसेज भेजकर ठगी करते हैं। इन मेल या मैसेज को ओपन करते ही डिवाइस में मालवेयर आ जाता है। इसमें फोन या लैपटॉप में फर्जी लिंक के माध्यम से संदिग्ध ऐप इंस्टॉल हो जाती है, यही ऐप आपके सारे बैंकिंग लॉगिन क्रैडेंशियल्स की जानकारी लेकर फ्रॉड कर लेती है। इसके बारे में आसानी से जानकारी नहीं पता चलती। जैसे पर्दे के पीछे से ये फ्रॉड करती है।
इसमें जैसे ही आईडी पासवर्ड डाला जाता है वैसे ही आपकी पूरी जानकारी हैकर्स के पास पहुंच जाती है। फोन की सारी जानकारियों के साथ सारे आईडी-पासवर्ड्स और यूपीआई पिन भी हैकर्स के पास पहुंच जाते हैं। इसी जानकारी से हैकर्स बैंक खाते में मौजूद पूरे पैसे ट्रांसफर कर लेते हैं। जिसकी यूजर्स को भनक तक नहीं लगती।
सरकार नें सुझाया ऐसे फ्रॉड से बचनें का तरीका सरकार के द्वारा ऐसे फ्रॉड से बचने के तरीके के बारे में बताया गया है। सबसे पहले तो किसी भी ऑनलाइन लिंक पर क्लिक करने से बचें। हैकर्स मैसेज, ईमेल या व्हाट्सएप के जरिये फर्जी लिंक भेजकर ऐसे फ़्रॉड को अंजाम देते हैं।
- ऐसे फ्रॉड से बचने के लिए हमेशा अधिकारीक ऐप स्टोर का ही इस्तेमाल करें।
- कभी भी किसी थर्ड पार्टी से ऐप डाउनलोड नहीं करें।
- हमेशा अपने फोन को अपडेट करते रहे।
- फोन या लैपटॉप में एंटी-वायरस/एंटी-मालवेयर सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करें। सभी ऐप को लगातार स्कैन करते रहे।
फ्रॉड हो जाए तो क्या करें?- यदि आप फ्रॉड का शिकार हो जाते हैं तो तुरंत अपने बैंक को इसकी सूचना दें। बैंक से तुरंत अपने अकाउंट को ब्लॉक या फ्रीज करवाने की रिक्वेस्ट करें।
राष्ट्रीय साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर भी शिकायत की जा सकती है।
- 1930 नंबर पर कॉल करके भी शिकायत की जा सकती है।
कैसे होती है ये ठगी? इस प्रकार के फ्रॉड में ठग यूजर्स को अमेजन, फ्लिपकार्ट या आयकर विभाग किसी से हनी सिंह सरकारी संस्थाओं के नाम पर फर्जी ईमेल या मैसेज भेजकर ठगी करते हैं। इन मेल या मैसेज को ओपन करते ही डिवाइस में मालवेयर आ जाता है। इसमें फोन या लैपटॉप में फर्जी लिंक के माध्यम से संदिग्ध ऐप इंस्टॉल हो जाती है, यही ऐप आपके सारे बैंकिंग लॉगिन क्रैडेंशियल्स की जानकारी लेकर फ्रॉड कर लेती है। इसके बारे में आसानी से जानकारी नहीं पता चलती। जैसे पर्दे के पीछे से ये फ्रॉड करती है।
इसमें जैसे ही आईडी पासवर्ड डाला जाता है वैसे ही आपकी पूरी जानकारी हैकर्स के पास पहुंच जाती है। फोन की सारी जानकारियों के साथ सारे आईडी-पासवर्ड्स और यूपीआई पिन भी हैकर्स के पास पहुंच जाते हैं। इसी जानकारी से हैकर्स बैंक खाते में मौजूद पूरे पैसे ट्रांसफर कर लेते हैं। जिसकी यूजर्स को भनक तक नहीं लगती।
सरकार नें सुझाया ऐसे फ्रॉड से बचनें का तरीका सरकार के द्वारा ऐसे फ्रॉड से बचने के तरीके के बारे में बताया गया है। सबसे पहले तो किसी भी ऑनलाइन लिंक पर क्लिक करने से बचें। हैकर्स मैसेज, ईमेल या व्हाट्सएप के जरिये फर्जी लिंक भेजकर ऐसे फ़्रॉड को अंजाम देते हैं।
- ऐसे फ्रॉड से बचने के लिए हमेशा अधिकारीक ऐप स्टोर का ही इस्तेमाल करें।
- कभी भी किसी थर्ड पार्टी से ऐप डाउनलोड नहीं करें।
- हमेशा अपने फोन को अपडेट करते रहे।
- फोन या लैपटॉप में एंटी-वायरस/एंटी-मालवेयर सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करें। सभी ऐप को लगातार स्कैन करते रहे।
फ्रॉड हो जाए तो क्या करें?- यदि आप फ्रॉड का शिकार हो जाते हैं तो तुरंत अपने बैंक को इसकी सूचना दें। बैंक से तुरंत अपने अकाउंट को ब्लॉक या फ्रीज करवाने की रिक्वेस्ट करें।
राष्ट्रीय साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर भी शिकायत की जा सकती है।
- 1930 नंबर पर कॉल करके भी शिकायत की जा सकती है।
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