कई लोग अपने घरों में पालतू जानवर रखने के शौकीन होते हैं, लेकिन ज्यादातर लोग कुत्तों और बिल्लियों को पसंद करते हैं। लेकिन एक परिवार ने अपने घर में शेर को पालतू बनाने का निर्णय लिया, जिसका परिणाम बेहद भयानक रहा।
यह घटना 1970 के दशक की है, जब अज़रबायजान के एक परिवार ने अपने घर में दो शेरों को पाला। उन्होंने इस खतरनाक जानवर को अपने परिवार का हिस्सा मान लिया, लेकिन इसका नतीजा बेहद दुखद रहा। जब परिवार के मुखिया की मृत्यु हुई, तो शेर ने उनकी पत्नी के सामने ही उनके 14 वर्षीय बेटे की जान ले ली।
शेर का पालन-पोषण और उसके परिणाम
बर्बरोव परिवार ने एक बीमार शेर को अपने घर लाने का निर्णय लिया, जिसका नाम उन्होंने किंग रखा। शेर के पैर में समस्या थी, जिसे उन्होंने ठीक करने की कोशिश की। किंग उनके साथ पालतू कुत्ते की तरह रहता था। जैसे-जैसे किंग बड़ा हुआ, उसे फिल्मों में काम मिलने लगा और उसके मालिक लेव ने उसके प्रबंधक के रूप में काम करना शुरू किया।
हालांकि, एक फिल्म के शूट के दौरान किंग ने एक बच्चे पर हमला कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने उसे मार दिया। लेकिन परिवार ने हार नहीं मानी और उन्होंने एक और शेर, किंग 2, को पाला। यह शेर पहले वाले की तरह शांत नहीं था और उसकी आदतें भी भिन्न थीं।
दुखद घटना का सामना
लेव की मृत्यु के बाद, किंग 2 बेकाबू हो गया। उनकी पत्नी नीना ने उसे कहीं और भेजने का विचार किया, लेकिन एक दिन जब वह ऑफिस से घर लौटीं, तो उन्होंने देखा कि घर बिखरा हुआ था। जैसे ही वह शेर के पास गईं, वह उन पर हमला करने लगा। इसी दौरान उनका 14 वर्षीय बेटा रॉबिन वहां आया और शेर ने उस पर हमला कर दिया, जिससे उसकी मृत्यु हो गई। नीना इस दृश्य को देखकर बेहोश हो गईं और उनकी आंखें तब खुलीं जब पुलिस ने किंग को गोली मार दी।
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