नमक और शक्कर से खाने का स्वाद जरूर बढ़ता है लेकिन कई स्टडीज में यह प्रूव हो चुका है कि इनकी ज्यादा मात्रा कई लाइफस्टाइल रिलेटेड बीमारियों की वजह बन रही है। ये खबर आप हिमाचली खबर में पढ़ रहे हैं। । इसी वजह से इन्हें साइलेंट किलर कहा जाने लगा है। इन दोनों के साथ ही अब चावल को भी हेल्थ के लिए काफी नुकसानदायक बताया जा रहा है।
ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार ज्यादा सफेद चावल खाने से डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। डॉ. नम्रता तिवारी बता रही हैं कि इन 3 सफेद चीजों से हमें कौन-कौन सी हेल्थ प्रॉब्लम हो सकती है।
आखिर क्यों नमक कम खाए >> ये आयोडीन युक्त सफ़ेद नमक खाना बंद कर दे ये जहर के समान है और सेंध नमक खाना शुरू कर दे क्योकि सेंधा नमक शरीर मे 97 पोषक तत्वो की कमी को पूरा करता है ! इन पोषक तत्वो की कमी ना पूरी होने के कारण ही लकवे (paralysis ) का अटैक आने का सबसे बढ़ा जोखिम होता है ! जबकि समुद्री नमक से सिर्फ शरीर को 4 पोषक तत्व मिलते है ! और बीमारिया जरूर साथ मे मिल जाती है ! राजीव भाई तो यहाँ तक कहते है कि अगर आपके 2 बच्चे है तो एक बच्चे को 11 साल तक समुद्री नमक पर पाल के देखो और दूसरे को सेंधा नमक पर !! उनके शारीरिक और मानसिक परिवर्तन देख आपको खुद पर खुद अंदाजा हो जाएगा ! कि ये समुद्री नमक कितना हानिकारक है और सेंधा कितना फायदेमंद !
दुनिया के 56 देशों ने अतिरिक्त आओडीन युक्त नमक 40 साल पहले ban कर दिया अमेरिका मे नहीं है जर्मनी मे नहीं है फ्रांस मे नहीं, डेन्मार्क मे नहीं, यही बेचा जा रहा है डेन्मार्क की सरकार ने 1956 मे आओडीन युक्त नमक बैन कर दिया क्यों ?? उनकी सरकार ने कहा हमने मे आओडीन युक्त नमक खिलाया !(1940 से 1956 तक ) अधिकांश लोग नपुंसक हो गए ! जनसंख्या इतनी कम हो गई कि देश के खत्म होने का खतरा हो गया ! उनके वैज्ञानिको ने कहा कि आओडीन युक्त नमक बंद करवाओ तो उन्होने बैन लगाया !
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