रतलाम: मध्यप्रदेश में बीते कुछ दिनों से बारिश का सिलसिला थम गया है। कई जगह हल्की बारिश जरूर हो रही है, लेकिन भारी बारिश नहीं हुई है। हालांकि मौसम विभाग ने बताया है कि 14-15 सितंबर को मानसून फिर से प्रदेश में लौटने वाला है। मानसून की वापसी के साथ ही कई इलाकों में तेज बारिश होने की संभावना है।
मानसून फिर दिखाएगा तांडव
मौसम विभाग के मुताबिक, एक नया मौसम प्रणाली बन रही है, जिससे 14-15 सितंबर को पश्चिमी मध्यप्रदेश में भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा, शुक्रवार को जारी बुलेटिन में सिवनी और छिंदवाड़ा जिलों के लिए भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। बाकी जिलों में सिर्फ हल्की बारिश की संभावना है।
इन जिलों का बारिश कोटा पूरा
प्रदेश के कई जिलों में मानसून का बारिश कोटा पूरा हो चुका है। भोपाल, राजगढ़, रायसेन, विदिशा, अलीराजपुर, बड़वानी, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, दतिया, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, रतलाम, मंदसौर, नीमच, आगर-मालवा, भिंड, मुरैना, श्योपुर, सिंगरौली, सीधी, सतना और उमरिया में अच्छी बारिश हो चुकी है। कई जगह बारिश का आंकड़ा 150 प्रतिशत से भी ऊपर है। श्योपुर में तो 213 प्रतिशत बारिश दर्ज हुई है।
मालवा-निमाड़ के जिलों में बारिश कम
मालवा-निमाड़ क्षेत्र यानी इंदौर और उज्जैन संभाग में बारिश की स्थिति थोड़ी खराब है। यहां के 15 जिलों में से 5 जिलों- खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, शाजापुर और बड़वानी- में अब तक 27 इंच से कम बारिश हुई है।
इन जिलों में सबसे ज्यादा बारिश
सबसे अधिक बारिश गुना जिले में हुई है, जहां 65 इंच बारिश रिकॉर्ड हुई है। इसके बाद मंडला (57 इंच), श्योपुर (56.3 इंच), शिवपुरी (54.3 इंच) और अशोकनगर (54.1 इंच) हैं। वहीं खरगोन जिले में सबसे कम 25.7 इंच बारिश हुई है। बुरहानपुर में 25.9 इंच, खंडवा में 26.8 इंच, शाजापुर में 26.8 इंच और बड़वानी में 26.9 इंच बारिश दर्ज की गई है।
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