बड़े बुजुर्ग कहते थे कि शादी ब्याह बड़ा सोच समझकर करना चाहिए। आप जिसके साथ शादी कर रहे हैं उसका बैकग्राउन्ड भी अच्छे से पता कर लेना चाहिए। अब बहुत से लोग ऐसा करते तो हैं, लेकिन किस हद तक करें ये भी एक समस्या है। अब मध्य प्रदेश का ही मामला ले लीजिए। यहाँ एक युवक इस बात से दुखी है कि उसके ससुराल वालों ने उसे बेवकूफ बनाकर एक किन्नर से शादी करवा दी। अब पीड़ित युवक मदद की गुहार लगाते हुए पुलिस के पास पहुंचा है।
दरअसल ये पूरा मामला शिवपुरी के भावखेड़ी गांव का है। यहां 23 वर्षीय पंखी जाटव अपनी किन्नर पत्नी की शिकायत लेकर एसपी कार्यालय पहुंचा। उसने पुलिस को बताया कि मेरी शादी मनीषा नाम की लड़की से हुई थी। सुहागरात पर मुझे पता चला कि मनीषा एक लड़की नहीं बल्कि किन्नर है। इस बात से हैरान होकर उसने ससुर को कॉल किया और कहा कि वह मनीषा को अपने साथ नहीं रख सकता है।
उधर मनीष ने अगले दिन ये घटना बड़े भाई फूलसिंह और बहन सरोज को बताई। वे लोग मनीषा को जांच के लिए हॉस्पिटल ले गए। आरोप के अनुसार मेडिकल टेस्ट में भी ये बात साबित हुई है कि मनीषा एक किन्नर है। इसके बाद पति पंखी ने मनीषा को मायके भेज दिया। इस तरह करीब दो साल बीत गए। अब पंखी का आरोप है कि उसकी पत्नी मनीषा उसे फिर से तंग कर रही है। उधर ससुराल वाले भी मनीषा को वापस लाने के लिए दबाव बना रहे हैं। वे कह रहे हैं कि मनीषा को या तो साथ रखो या उसका भरण पोषण दो।
पंखी का यह भी आरोप है कि उसके ससुराल वालों ने उसे हाथ पैर तुड़वाने की धमकी भी दी है। बस यही वजह है कि वह अपनी जान बचाने के लिए एसपी कार्यालय में शिकायत लेकर आ गया। पंखी की यह कहानी सुन पुलिस भी हैरान है। हालांकि पंखी पत्नी मनीषा के किन्नर होने का सबूत पुलिस को नहीं दे पाया है। इसलिए उसे पुलिस ने कुटुम्ब न्यायालय जाने की राय दी है। इसकी एक वजह ये भी है कि मनीषा ने पहले ही पुलिस में पंखी के खिलाफ साथ रखने या भरण पोषण देने की शिकायत दे रखी है।
वैसे इस पूरे मामले पर आपकी क्या राय है? यदि आपके साथ ऐसा धोखा हो जाए तो आपका रिएक्शन और एक्शन क्या होगा? अपने जवाब हमे कमेंट में जरूर दें। साथ ही खबर पसंद आई हो तो इसे शेयर करें।
You may also like
हरियाणा : गुरुग्राम में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़, दो कुख्यात अपराधी घायल अवस्था में गिरफ्तार
मुझे किसी से नहीं, सिर्फ महुआ की जनता से मतलब है: तेज प्रताप यादव
कैमरून में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान, 92 वर्षीय पॉल बिया आठवीं बार लड़ रहे चुनाव
85 वर्ष से अधिक बुजुर्ग, दिव्यांग और सेवाओं में कार्यरत कर्मी पोस्टल बैलेट से कर सकेंगे मतदान
चौपाल का मुख्य उद्देश्य लोगों के चेहरों पर मुस्कान लाना है : सांसद मनोज तिवारी