New Delhi, 12 अगस्त . फ्रांस का ‘ग्रेवलाइन्स परमाणु ऊर्जा संयंत्र’ जेलीफिश एक विशाल झुंड के कारण अपने आप बंद हो गया. ऊर्जा संयंत्र संचालित करने वाली ईडीएफ समूह ने Monday को इसकी जानकारी दी.
ईडीएफ ने बताया कि समुद्री जीवों के झुंड ने संयंत्र के कूलिंग सिस्टम के फिल्टरों को जाम कर दिया. जेलीफिश की विशाल संख्या के कारण संयंत्र की चार बिजली इकाइयां अपने आप बंद हो गईं. इस घटना के कारण पूरा संयंत्र बंद हो गया. रखरखाव की वजह से दो अन्य इकाइयां पहले से ही बंद थीं.
उर्जा समूह ने बताया, “Sunday देर रात हुई इस घटना का संयंत्र, कर्मियों और पर्यावरण की सुरक्षा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा. जिलेटिन जैसे जीव संयंत्र के गैर-परमाणु हिस्से तक ही पहुंच पाए.”
संस्था ने कहा, “संयंत्र की टीमें सक्रिय हो गई हैं और उत्पादन इकाइयों को सुरक्षित रूप से फिर से शुरू करने के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं.”
प्रभावित परमाणु संयंत्र उत्तरी सागर से जुड़ने वाले एक चैनल से कूलिंग जल प्राप्त करता है. उत्तरी सागर में कई जेलीफिश प्रजातियां पाई जाती हैं.
संयंत्र संचालक की तरफ से घटना में शामिल जेलीफिश के बारे में सटीक जानकारी नहीं दी गई है.
जेलीफिश का तटीय बिजली संयंत्रों के काम में बाधा डालने का लंबा इतिहास रहा है. जेलीफिश बार-बार कूलिंग प्रणालियों में फंस जाती हैं और परमाणु और पारंपरिक ऊर्जा संयंत्रों के पाइपों को अवरुद्ध कर देती हैं.
ग्रेवलाइन्स बिजली संयंत्र फ्रांस के सबसे बड़े परमाणु संयंत्रों में से एक है. फ्रांस की 70 प्रतिशत बिजली परमाणु प्रतिष्ठानों से आती है. इस संयंत्र की छह इकाइयों में से प्रत्येक का अधिकतम उत्पादन 900 मेगावाट है, जिससे यह स्टेशन अकेले अनुमानित 50 लाख घरों को बिजली प्रदान करने में सक्षम है.
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पीएके/केआर
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