रायपुर, 2 मई . जातीय जनगणना कराने के फैसले को छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम अरुण साव ने सही करार दिया है. विपक्ष को लताड़ते हुए दावा किया कि केंद्र सरकार श्रेय लेने की खातिर कोई काम नहीं करती है.
डिप्टी सीएम अरुण साव ने समाचार एजेंसी को बताया कि जातीय जनगणना का श्रेय लेने की होड़ में सबसे आगे कांग्रेस पार्टी है. श्रेय लेने से पहले ये अपने कामों का हिसाब बता दें. उन्होंने कहा कि साल 1951 से लेकर आज तक जातीय जनगणना और पिछड़े वर्ग के कल्याण के लिए, उनके उत्थान के लिए क्या काम किया है. चाहे केंद्र सरकार में हो या राज्य सरकार में रहे हों, सिर्फ वोट हासिल करने के लिए पिछड़े वर्ग की जनता को लालीपॉप पकड़ दिया.
छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम अरुण साव ने आगे कहा कि सत्ता में रहने के दौरान जातीय जनगणना को लेकर कोई काम नहीं किया, उसका विरोध किया बार-बार और आज श्रेय लेने चले आए. उन्होंने आगे कहा कि जातीय जनगणना का विरोध कांग्रेस पार्टी ने ही किया था. आज ये नरेंद्र मोदी जी के क्रांतिकारी निर्णय का ही नतीजा है जो जातीय जनगणना होगी. इस फैसले के बाद पिछड़े वर्ग के लोगों के लिए एक समावेशी आधार तैयार होगा.
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने सामान्य जनगणना के साथ ही जातीय जनगणना कराने का निर्णय लिया है. इस दौरान सामान्य जनगणना के साथ ही एक विशेष कॉलम जातीय जनगणना का भी होगा.
वहीं, डिप्टी सीएम अरुण साव ने पहलगाम हमले में मारे गए छत्तीसगढ़ के कारोबारी का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि पहलगाम के आतंकी हमले में हमारे प्रदेश के युवा कारोबारी दिनेश मिरानिया का आकस्मिक निधन हुआ. उस आतंकी घटना के कारण परिवार अत्यंत दुखी है, परेशान है. ऐसे में सरकार विष्णुदेव साय जी के नेतृत्व में परिवार के साथ पूरी तरह खड़ी है. उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी ने परिवार को 20 लाख रुपये सहायता राशि देने का निर्णय किया है. यह निश्चित रूप से उनकी संवेदनशीलता को दिखाता है. इससे परिवार को संबल मिलेगा.
बतादें कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने हमला किया था. इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की मौत हो गई थी. ये सारे पर्यटन के लिए यहां आए हुए थे.
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आशीष/केआर
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