नई दिल्ली, 14 अप्रैल . वक्फ (संशोधन) अधिनियम के बढ़ते विरोध के बीच, भाजपा के राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने सोमवार को इंडिया ब्लॉक पर तीखा हमला किया और तृणमूल कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम), समाजवादी पार्टी (एसपी) और कांग्रेस पर संविधान का “अनादर” करने और उसे “अपनी जेब में” रखने का आरोप लगाया.
हाल ही में पारित वक्फ (संशोधन) अधिनियम का विरोध करने वाले कर्नाटक और झारखंड के नेताओं के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए त्रिवेदी ने कहा, “इस कानून के खिलाफ हाल के दिनों में जिस तरह के बेतुके बयान दिए जा रहे हैं, जिसमें सभी संवैधानिक प्रक्रियाओं का पालन किया गया है, वह बेहद चिंताजनक है. अगर कर्नाटक के मंत्री कहते हैं कि वे इसे लागू नहीं होने देंगे और झारखंड के मंत्री दावा करते हैं कि शरिया संविधान से ऊपर है, तो यह भारतीय जनता की आंखें खोल देता है. अगर ऐसी चीजें जारी रहीं, तो संविधान ही खतरे में है.”
उन्होंने आगे जोर दिया कि 73वें और 74वें संविधान संशोधन के तहत केंद्र, राज्य और जिला सरकारों की भूमिकाएं स्पष्ट रूप से परिभाषित की गई हैं.
उन्होंने दावा किया, “कोई भी जिला पंचायत राज्य के कानून का विरोध नहीं कर सकती और कोई भी राज्य सरकार केंद्र द्वारा पारित कानूनों के खिलाफ नहीं जा सकती. उनके बयानों से पता चलता है कि वे संविधान को अपनी जेब में रखते हैं, जबकि भाजपा और एनडीए इसे अपने दिल में रखते हैं. यह संविधान का दुरुपयोग करने वालों और इसे बनाए रखने वालों के बीच की लड़ाई है.”
त्रिवेदी ने विपक्ष पर बी.आर. अंबेडकर की विरासत को कमजोर करने का भी आरोप लगाया.
उन्होंने दावा किया, “वे अंबेडकर का अपमान कर रहे हैं और अपने कार्यकाल के दौरान पारित 73वें और 74वें संशोधन द्वारा लाए गए क्रांतिकारी बदलावों को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं. अंबेडकर जयंती पर वे संविधान की जगह शरिया का महिमामंडन कर रहे हैं. लेकिन भाजपा और एनडीए के लिए अंबेडकर का संविधान सर्वोच्च है.”
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एससीएच/
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