गुना, 13 अप्रैल . मध्य प्रदेश के गुना में शनिवार शाम हनुमान जयंती के अवसर पर निकाले गए जुलूस पर पथराव के बाद शहर में तनाव फैल गया. रात 12 बजे तक विरोध और हंगामा जारी रहा. एसपी, कलेक्टर सहित प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस बल मौके पर तैनात रहे. कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज होने के बाद स्थिति कुछ हद तक शांत हुई. रविवार को हालात सामान्य रहे, बाजार खुले रहे, लेकिन सुरक्षा के लिए जगह-जगह पुलिस तैनात रही. शनिवार रात पांच नामजद सहित लगभग 20 लोगों के खिलाफ दर्ज एफआईआर के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है.
गुना के अतिरिक्त एसपी मानसिंह ठाकुर ने बताया कि कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. वहीं, रविवार को करणी सेना और सर्व हिंदू समाज के सदस्यों ने एसपी कार्यालय के बाहर धरना देकर विरोध दर्ज किया और आरोपियों के घरों पर बुलडोजर कार्रवाई की मांग की. शनिवार रात जुलूस पर हुए पथराव के बाद रात में दर्ज हुई एफआईआर के बाद, रविवार को स्थानीय मोहल्ले के निवासियों ने कोतवाली थाने पहुंचकर उनके घरों पर पथराव करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की. पुलिस ने मामले में तीन-चार लोगों के बयान दर्ज किए हैं और आगे की कार्रवाई की जाएगी. स्थानीय लोगों का आरोप है कि यह घटनाक्रम सुनियोजित था. जुलूस पर पथराव के बाद भगदड़ मच गई, जिसके बाद छतों से उनके घरों पर जानबूझकर पथराव किया गया, जिससे दहशत फैली. छोटे-छोटे बच्चे पथराव में बाल-बाल बचे.
खटीक समाज के अध्यक्ष विनोद खटीक ने कहा कि हम कोतवाली एफआईआर दर्ज कराने के लिए आए हैं. रात हमारी एफआईआर दर्ज नहीं की गई थी. उन्होंने कहा कि हम सभी लोग हनुमान टेकरी पर थे और प्रसाद बांट रहे थे. इस बीच मोहल्ले में निकाले जा रहे हनुमान जयंती जुलूस पर पथराव किया गया. हमारे घरों पर कम लोग थे और हम जुलूस में शामिल भी नहीं थे. इसके बावजूद हमारे घरों पर छतों के ऊपर से पथराव किया गया. छोटे-छोटे बच्चे पथराव में बाल-बाल बचे. उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि जिन लोगों के नाम एफआईआर में छूट गए हैं, उनके नाम दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाए. उनका आरोप है कि अधिकतर लोग आपराधिक प्रवृत्ति के हैं. पूरी तैयारी के साथ पथराव की घटना को अंजाम दिया गया है.
बता दें कि शनिवार को चैत्र पूर्णिमा पर हनुमान जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा था. दिनभर उत्साह का माहौल था. लेकिन शाम होते-होते कोल्हूपुरा, कर्नलगंज क्षेत्र में निकाले जा रहे जुलूस पर पथराव के बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया. घटनाक्रम के बाद पुलिस और प्रशासन ने मौके पर स्थिति को नियंत्रण में किया. लेकिन पत्थरबाजी के विरोध में लोगों ने पहले हनुमान चौराहा पर और फिर जयस्तंभ चौराहा पर चक्काजाम कर दिया. रात को एफआईआर दर्ज होने के बाद मामला कुछ शांत हुआ. हालांकि, अब मामले में कार्रवाई की मांग उठ रही है. घटनाक्रम के बाद लोगों में नाराजगी है. बुलडोजर कार्रवाई की मांग भी की जा रही है.
–
एफजेड/
The post first appeared on .
You may also like
रिटायर्ड आउट वाले मामले पर पहली बार बोले तिलक वर्मा, कहा- टीम मैनेजमेंट ने जो भी किया
दलित समाज को CM भजनलाल शर्मा की बड़ी सौगात! सरकारी खर्च पर कराई जाएगी लन्दन यात्रा, यहां पढ़े पूरी डिटेल
बलरामपुर : ट्रक-पिकअप की भिड़ंत, एक गंभीर
आरजी कर पीड़िता के माता-पिता भी स्कूल नौकरी पीड़ितों के साथ सचिवालय मार्च में होंगे शामिल
पोइला बैसाख पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने दी बंगालवासियों को शुभकामनाएं