यरुशलम, 11 अगस्त . इजरायल में खसरा का प्रकोप दिन पर दिन बढ़ रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने खसरे के 93 नए मामलों की पुष्टि की है, जिसके बाद अप्रैल से अब तक पीड़ितों की कुल संख्या 410 हो गई है.
मंत्रालय का अनुमान है कि अस्पताल में भर्ती होने की उच्च दर और सामुदायिक रिपोर्ट्स के आधार पर वास्तविक संक्रमितों की संख्या 950 से 1,700 के बीच हो सकती है.
मंत्रालय ने बताया कि सक्रिय रोगियों की संख्या 120 से बढ़कर 162 हो गई है, जिनमें से 22 लोग अस्पताल में भर्ती हैं. इनमें एक और ढाई साल के दो बच्चे भी शामिल हैं, जो इंटेंसिव केयर यूनिट के ईसीएमओ सपोर्ट पर हैं.
प्रकोप शुरू होने के एक महीने बाद मंत्रालय ने देश भर में वैक्सीनेशन कैंपेन शुरू किया था, जिसके तहत अब तक 1,05,000 से अधिक खुराक दी जा चुकी हैं.
खसरा एक अत्यंत संक्रामक वायरल बीमारी है, जिसमें बुखार, थकान, नाक बहना और शरीर पर चकत्ते जैसे लक्षण दिखाई देते हैं. कुछ मामलों में यह गंभीर या जानलेवा साबित हो सकता है.
मंत्रालय ने दक्षिणी शहर बीर शेवा में वेस्ट नाइल बुखार का एक नया मामला भी दर्ज किया है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, यह इस साल का दूसरा मामला है; इससे पहले जून में मध्य इजरायल में एक मामला सामने आया था.
खसरा श्वसन तंत्र को संक्रमित करता है और फिर पूरे शरीर में फैलता है. इसके लक्षणों में तेज बुखार, खांसी, नाक बहना और पूरे शरीर पर चकत्ते शामिल हैं. वैक्सीनेशन इस बीमारी से बचने और इसे फैलने से रोकने का सबसे प्रभावी तरीका है. वैक्सीन सुरक्षित है और वायरस से लड़ने में मदद करता है.
सन 1963 में खसरे के टीके की शुरुआत से पहले, हर दो से तीन साल में बड़े पैमाने पर महामारी फैलती थी, जिससे हर साल लगभग 26 लाख लोगों की मौत होती थी.
साल 2023 में सुरक्षित और किफायती वैक्सीन की उपलब्धता के बावजूद, खसरे से लगभग 1,07,500 लोगों की मौत हुई, जिनमें ज्यादातर पांच साल से कम उम्र के बच्चे थे.
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एमटी/केआर
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