मुंबई, 25 अप्रैल . वीर सावरकर मामले में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट से मिली फटकार पर भाजपा नेता राम कदम ने शुक्रवार को कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जो टिप्पणी की है, वह राहुल गांधी के “अहंकार को फटकार” है. हम उम्मीद करते हैं कि राहुल गांधी कोर्ट का सम्मान करते हुए माफी मांगेंगे.
राम कदम ने समाचार एजेंसी से कहा कि वीर सावरकर ने अपना पूरा जीवन मां भारती की सेवा में समर्पित कर दिया और देश के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया. इसके बावजूद, राहुल गांधी ने एक विशेष वर्ग को खुश करने के लिए बार-बार उनके खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की और आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया; सिर्फ एक बार नहीं, बल्कि कई बार.
उन्होंने कहा कि वीर सावरकर ने जिस प्रकार से जेल में यातनाएं भोगी हैं, राहुल गांधी केवल एक दिन करके दिखाएं, तब उन्हें पता चलेगा कि वीर सावरकर कौन थे. सुप्रीम कोर्ट से मिली फटकार के बावजूद अगर राहुल गांधी वीर सावरकर पर बयान देते हैं तो माना जाएगा कि वह बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान को नहीं मानते.
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले को लेकर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर भाजपा नेता ने कहा कि इससे पहले भी हम दो बार पाकिस्तान को सबक सिखा चुके हैं. यह सरकार घर में घुसकर मारती है. कांग्रेस की सरकार की तरह चुप बैठने वाली नहीं है. पहलगाम आतंकी घटना को लेकर देश में गुस्सा है. लेकिन, जिन्होंने इस घटना को अंजाम दिया, उन्हें इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा.
केंद्र सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक से शिवसेना (यूबीटी) की दूरी पर राम कदम ने कहा कि उनके गुट के नेता शामिल नहीं हुए. क्या माना जाए कि वह आतंकी संगठन का समर्थन करते हैं. उद्धव ठाकरे अपने कार्यकाल में घर से बाहर नहीं निकलते थे. जिस तरह से उनके गुट ने ऑल पार्टी मीटिंग से दूरी बनाई, इसके कई मायने निकाले जाते हैं.
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डीकेएम/एकेजे
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