Mumbai , 19 अक्टूबर . Samajwadi Party (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने दीपावली पर विवादित टिप्पणी कर Political माहौल गर्मा दिया है. अखिलेश यादव ने दीपावली की तुलना क्रिसमस से करते हुए कहा कि ‘इतने दीये जलाने की क्या जरूरत है, हमें क्रिसमस से सीखना चाहिए.’ उनकी इस टिप्पणी को लेकर भाजपा और शिवसेना समेत कई Political दलों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी.
शिवसेना (शिंदे गुट) के प्रवक्ता कृष्णा हेगड़े ने अखिलेश यादव पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि Samajwadi Party और उसके नेता हमेशा से सनातन और हिंदू परंपराओं के विरोध में रहे हैं. राम मंदिर आंदोलन के समय Samajwadi Party ने कारसेवकों का विरोध किया था, जिसे आज भी देश याद करता है.
हेगड़े ने कहा कि एनडीए का समर्थन करने वाले लोग सनातन संस्कृति का सम्मान करते हैं, जबकि अखिलेश यादव जैसे नेता उसे नीचा दिखाने की कोशिश करते हैं.
हेगड़े ने तंज किया कि अखिलेश यादव अब दीपावली की तुलना क्रिसमस से कर रहे हैं, जिसे वे उनकी ‘मानसिक सुधार प्रक्रिया’ का हिस्सा मानते हैं. भगवान उन्हें सद्बुद्धि दें ताकि वे सनातन और हिंदू आस्था का सम्मान करना सीखें.
कृष्णा हेगड़े ने कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि जब कांग्रेस को Lok Sabha में 99 सीटें मिलीं या वह तेलंगाना, कर्नाटक और Himachal Pradesh में जीती, तब उसने कभी चुनाव प्रक्रिया पर सवाल नहीं उठाए. लेकिन जैसे ही एनडीए गठबंधन पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, पंजाब या अन्य राज्यों में बेहतर प्रदर्शन करता है, कांग्रेस को चुनाव में गड़बड़ी दिखाई देने लगती है. हेगड़े ने कहा कि कांग्रेस अब हार को स्वीकार करने के बजाय केवल बहाने ढूंढती है. उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि आज बिहार में कांग्रेस का कोई अस्तित्व नहीं बचा है और जनता ने उसे पूरी तरह नकार दिया है.
शिवसेना प्रवक्ता कृष्णा हेगड़े ने कहा कि India में सभी धर्मों के लोग हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई अमन, शांति और भाईचारे के साथ रहते हैं. मतदान के समय लोगों को उसी पार्टी को वोट देना चाहिए जिसने उनके लिए काम किया हो.
हेगड़े ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना ने हमेशा मुस्लिम समाज के विकास के लिए काम किया है, और अगर इसके बावजूद उन्हें उस समुदाय का समर्थन नहीं मिल रहा है, तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि संभवतः यही कारण है कि गिरिराज सिंह ने ऐसा बयान दिया होगा.
वहीं, हेगड़े ने Maharashtra नवनिर्माण सेना (मनसे) के नेता संदीप देशपांडे पर तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि संदीप देशपांडे का यह दावा कि Maharashtra के मतदाता उनके साथ हैं, सही नहीं है. उन्होंने बताया कि पिछले चुनावों में Maharashtra के वोट कई दलों में बंटे थे. हेगड़े ने कहा कि पिछली बार शिंदे गुट की शिवसेना को 17 प्रतिशत मराठी वोट मिले थे क्योंकि वह बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा, हिंदुत्व और सनातन के सिद्धांतों पर चल रही है. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी मराठी मानुष के हित में लगातार काम कर रही है, जो न तो उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने किया और न ही Maharashtra नवनिर्माण सेना ने.
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एएसएच/एबीएम
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