By Jitendra Jangid- दोस्तो एक जमाना था जब लोगो के सफेद बाल एक उम्र के बाद आते थे, लेकिन आज युवा कम उम्र में ही सफेद बालों के शिकार हो जाते हैं, जिसका प्रमुख कारण खराब जीवनशैली और लगातार तनाव के कारण बालों का समय से पहले सफ़ेद होना एक आम समस्या बन गई है। जिनको छुपान के लिए लोग महंगे कैमिकल युक्त प्रोडक्ट यूज करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ ऐस किफायती उपाय भी हैं, जिनकी मदद से आप अपने सफेद बाल काले कर सकते हैं-
इंडिगो की, जिसे आयुर्वेद में नील के नाम से जाना जाता है - एक शक्तिशाली जड़ी बूटी जो बिना किसी दुष्प्रभाव के, प्राकृतिक और सुरक्षित रूप से बालों को काला करने में मदद कर सकती है।

इंडिगो (नील) क्या है?
पारंपरिक रूप से कई उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल की जाने वाली आयुर्वेदिक जड़ी बूटी।
घाव भरने, पाचन में सुधार और त्वचा की समस्याओं के इलाज के लिए जानी जाती है।
भारत में सदियों से इस्तेमाल किया जाने वाला एक प्राकृतिक हेयर डाई।
बालों के लिए इंडिगो के फ़ायदे
पूरी तरह से केमिकल-मुक्त और हर्बल।
बालों को मज़बूत, चमकदार बनाने में मदद करता है और स्कैल्प के स्वास्थ्य में सुधार करता है।
बालों को बिना नुकसान पहुँचाए प्राकृतिक रूप से काला कर सकता है।
रासायनिक रंगों का एक किफायती और सुरक्षित विकल्प।
बालों को रंगने के लिए नील का इस्तेमाल कैसे करें

पेस्ट तैयार करें
एक कटोरे में नील पाउडर को थोड़े से पानी के साथ तब तक मिलाएँ जब तक यह एक चिकना पेस्ट न बन जाए।
बालों पर लगाएँ
पेस्ट को जड़ों और बालों की पूरी लंबाई पर अच्छी तरह लगाएँ।
इसे लगा रहने दें
इसे 30 मिनट से 1 घंटे तक लगा रहने दें ताकि रंग अच्छी तरह लग जाए।
अच्छी तरह धो लें
अपने बालों को किसी माइल्ड शैम्पू से धोएँ और फ़र्क़ महसूस करें!
Disclaimer: This content has been sourced and edited from [ndtvHindi]
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