वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हर साल अक्षय तृतीया का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। इस बार यह शुभ दिन 30 अप्रैल को पड़ रहा है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यह तिथि अत्यंत शुभ और पुण्यकारी होती है। मान्यता है कि इस दिन किए गए शुभ कार्यों का फल अक्षय रहता है, यानी वह कभी समाप्त नहीं होता। इसी कारणवश इस दिन लोग सोना-चांदी जैसी बहुमूल्य वस्तुएं खरीदते हैं और पूजा-पाठ करते हैं। हालांकि, अक्षय तृतीया पर जहां कुछ कार्य अत्यंत शुभ माने जाते हैं, वहीं कुछ ऐसे कार्य भी होते हैं जिन्हें इस दिन करने की सख्त मनाही होती है। कहा जाता है कि इन कार्यों से मां लक्ष्मी अप्रसन्न हो सकती हैं और इसका सीधा असर व्यक्ति की आर्थिक स्थिति पर पड़ सकता है। आइए जानते हैं वे कौन-कौन से कार्य हैं जिन्हें अक्षय तृतीया के दिन नहीं करना चाहिए।
1. इन वस्तुओं की खरीदारी से बचें
हालांकि अक्षय तृतीया पर सोना खरीदना अत्यंत शुभ माना जाता है, लेकिन इस दिन कुछ खास वस्तुओं की खरीदारी से परहेज करना चाहिए। विशेष रूप से प्लास्टिक, स्टील और एलुमिनियम से बनी वस्तुएं इस दिन खरीदना वर्जित माना गया है। इनका संबंध राहु ग्रह से जोड़ा गया है, और ऐसी वस्तुएं घर में नकारात्मक ऊर्जा लाने के साथ-साथ धन हानि का कारण बन सकती हैं।
2. उधार का लेन-देन न करें
इस दिन किसी को पैसे उधार देना या किसी से उधार लेना भी अशुभ माना गया है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, अक्षय तृतीया के दिन उधार लेने या देने से धन की स्थिरता समाप्त हो जाती है और व्यक्ति को भविष्य में आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।
3. घर में गंदगी बिल्कुल न रखें
मां लक्ष्मी को स्वच्छता अत्यंत प्रिय है। ऐसे में अक्षय तृतीया पर घर की साफ-सफाई विशेष रूप से महत्वपूर्ण मानी जाती है। यदि इस दिन घर में गंदगी रहती है, तो यह देवी लक्ष्मी के आगमन में बाधा उत्पन्न कर सकती है। इसलिए इस दिन घर को साफ-सुथरा और सुव्यवस्थित रखना अत्यंत आवश्यक होता है।
4. इन धार्मिक प्रतीकों का अनादर न करें
अक्षय तृतीया के दिन शंख, कौड़ी, श्रीयंत्र, कुबेर यंत्र और भगवान विष्णु के साथ गणेश जी की पूजा विशेष रूप से लाभकारी मानी जाती है। लेकिन इस दिन इन धार्मिक प्रतीकों का अनादर या उपेक्षा करना अशुभ परिणाम दे सकता है। इससे देवी लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं, जिससे आपके घर की सुख-शांति और समृद्धि पर असर पड़ सकता है।
5. तुलसी के पत्ते न तोड़ें
अक्षय तृतीया के दिन भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की पूजा का विशेष महत्व होता है। चूंकि तुलसी को देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है, इसलिए इस दिन तुलसी के पत्तों को तोड़ना वर्जित होता है। यह कार्य देवी लक्ष्मी की नाराजगी का कारण बन सकता है और शुभ फल की प्राप्ति में बाधा डाल सकता है।
नोट: इस लेख में दी गई जानकारी पूर्ण रूप से सत्य और सही होने का दावा नहीं किया जाता है।
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