नेपाल की राजनीति में जारी तीन दिनों की खींचतान और अस्थिरता के बाद आखिरकार शुक्रवार को देश को नई राह मिली। पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की को अंतरिम सरकार का प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया। कार्की नेपाल की पहली महिला प्रधानमंत्री बनी हैं। उनके शपथ लेने के साथ ही लंबे समय से उबल रहे असंतोष को भी शांत करने का प्रयास हुआ है।
प्रतिनिधि सभा भंग, राष्ट्रपति का बड़ा फैसला
कार्की की सिफारिश पर राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल ने नेपाल की प्रतिनिधि सभा को भंग कर दिया। यह फैसला ठीक वही था जिसकी मांग Gen-Z आंदोलनकारियों ने ज़ोर-शोर से की थी। राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी अधिसूचना में बताया गया कि संसद का निचला सदन 12 सितंबर 2025 की रात 11 बजे से भंग कर दिया गया है।
नए चुनाव की घोषणा
संसद भंग होते ही देश में नए चुनाव की तारीख भी तय कर दी गई। आधिकारिक नोटिस के मुताबिक, अगला संसदीय चुनाव 21 मार्च 2026 को होगा। उसी रात राष्ट्रपति ने कार्की को प्रधानमंत्री पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ के साथ ही वह नेपाल की राजनीतिक इतिहास में महिलाओं के लिए एक नया अध्याय लिख गईं।
ओली का इस्तीफा और कार्की की एंट्री
इससे पहले, राजधानी काठमांडू और अन्य हिस्सों में हुए उग्र प्रदर्शनों के बाद प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को 9 सितंबर को इस्तीफा देना पड़ा था। राजनीतिक संकट की इस घड़ी में अनुच्छेद 80 के तहत सुशीला कार्की को प्रधानमंत्री की शपथ दिलाई गई। समारोह के बाद राष्ट्रपति ने उन्हें बधाई देते हुए विश्वास जताया कि वह देश को स्थिरता और नई दिशा देने में सफल होंगी।
सादगी भरा शपथ समारोह
शपथ ग्रहण समारोह में नेपाल के मुख्य न्यायाधीश, वरिष्ठ नौकरशाह, सुरक्षा बलों के प्रमुख और राजनयिक मौजूद रहे। दिलचस्प बात यह रही कि बाबूराम भट्टरई ही ऐसे पूर्व प्रधानमंत्री थे जिन्होंने समारोह में शिरकत की। वहीं इस्तीफे के बाद से ओझल रहे ओली ने पत्र भेजकर बताया कि सेना उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले गई है।
युवाओं का जश्न और सोशल मीडिया पर उत्साह
कार्की की नियुक्ति की खबर मिलते ही राजधानी काठमांडू में Gen-Z युवाओं ने राष्ट्रपति भवन शीतल निवास के बाहर जश्न मनाया। सड़कें नारेबाजी और खुशी के गीतों से गूंज उठीं। नेपाली सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर भी बधाइयों की बाढ़ आ गई। हर तरफ यह संदेश दिखाई दे रहा था – “पहली महिला प्रधानमंत्री को शुभकामनाएं, धन्यवाद Gen-Z, जिन्होंने इसे संभव बनाया।”
एक युवती ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा, “आज मेरा देश मां के प्यार, त्याग और स्नेह से आगे बढ़ेगा। यह मेरा घर है, मेरा कॉलेज है और अब यह मेरा नेपाल है।”
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