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विटामिन B-12 बढ़ाने के लिए रोज़ खाएं ये 2 फल, 21 दिनों में दिखेगा असर

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आज के दौर में खानपान की बिगड़ी आदतों और तनावभरी दिनचर्या के चलते लोगों में विटामिन B-12 की कमी एक आम समस्या बन गई है। इससे थकान, कमजोरी, चिड़चिड़ापन, याददाश्त की कमी और यहां तक कि न्यूरोलॉजिकल समस्याएं भी देखने को मिलती हैं। आमतौर पर इस विटामिन को बढ़ाने के लिए सप्लीमेंट्स और इंजेक्शन का सहारा लिया जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ नेचुरल फलों के नियमित सेवन से भी इस कमी को दूर किया जा सकता है?

विशेषज्ञों का मानना है कि अगर आप 21 दिनों तक नियमित रूप से दो विशेष फलों का सेवन करते हैं, तो विटामिन B-12 के स्तर में सुधार देखा जा सकता है। आइए जानें कौन-से हैं ये फल और कैसे करते हैं काम।

1. केला (Banana): तंत्रिका तंत्र का मित्र

केला विटामिन B समूह का एक बेहतरीन स्रोत माना जाता है। इसमें विटामिन B-6 के साथ-साथ फोलिक एसिड और कुछ हद तक B-12 की बायो-एक्टिव फॉर्म पाई जाती है, जो शरीर में B-12 को अवशोषित करने की प्रक्रिया को बेहतर बनाती है।

केले में मौजूद पोटैशियम और फाइबर पाचन तंत्र को मजबूत बनाते हैं, जिससे पोषक तत्वों का अवशोषण बेहतर होता है।

सुबह खाली पेट केला खाने से दिनभर ऊर्जा बनी रहती है और विटामिन B-12 की कमी के लक्षण धीरे-धीरे कम होने लगते हैं।

2. सेब (Apple): प्राकृतिक हीलिंग का स्रोत

सेब को अक्सर “डॉक्टर को दूर रखने वाला फल” कहा जाता है, और इसके पीछे कई वैज्ञानिक कारण हैं।
सेब में मौजूद पॉलीफेनॉल्स, फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट्स और सूक्ष्म पोषक तत्व शरीर में विटामिन B-12 की कार्यक्षमता को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।

सेब पाचन क्रिया को दुरुस्त करता है और शरीर में हेमोग्लोबिन स्तर को बनाए रखने में मदद करता है, जिससे थकावट और सुस्ती जैसी समस्याओं से राहत मिलती है।

नियमित सेवन से B-12 की कमी के लक्षण जैसे सुन्नपन, कमजोरी और ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई कम हो सकती है।

कैसे करें सेवन?

अगर आप विटामिन B-12 को प्राकृतिक रूप से बढ़ाना चाहते हैं, तो रोजाना सुबह नाश्ते में इन दो फलों का सेवन करें:

1 केला + 1 सेब

इन्हें खाली पेट या हल्के नाश्ते के साथ लिया जा सकता है।

चाहें तो दोनों को मिलाकर स्मूदी या फ्रूट बाउल भी बना सकते हैं।

ध्यान दें: ये फल विटामिन B-12 का प्रत्यक्ष स्रोत नहीं हैं, लेकिन शरीर में B-12 के अवशोषण और संधारण की प्रक्रिया को बेहतर बनाते हैं। यदि कमी बहुत गंभीर है, तो डॉक्टर की सलाह लेना ज़रूरी है।

लक्षणों को नजरअंदाज न करें

विटामिन B-12 की कमी के प्रमुख संकेत:

लगातार थकान रहना

मांसपेशियों में कमजोरी

हाथ-पैरों में झनझनाहट

चिड़चिड़ापन या मूड स्विंग्स

एकाग्रता में कमी

अगर इनमें से कोई भी लक्षण लंबे समय तक बना रहे, तो फल खाने के साथ-साथ ब्लड टेस्ट और डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।

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