लालू प्रसाद यादव का अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी और परिवार से निष्कासित करना डैमेज कंट्रोल की एक कोशिश है। हालांकि इस पूरे प्रकरण से बिहार विधानसभा चुनाव से पहले RJD के लिए एक नई मुसीबत तो खड़ी ही हो गई है। भले यह मामला तेज प्रताप के निजी जीवन से जुड़ा हो, लेकिन उन पर जिस तरह का एक्शन हुआ, उससे जाहिर है कि इसकी परछाई लालू परिवार और उसकी सियासत पर पड़ने का भी डर है। विवादों से नाता: तेज प्रताप ने 2015 में पहला चुनाव लड़ा था और नीतीश सरकार में स्वास्थ्य व पर्यावरण मंत्री बने थे। तब से अभी तक वह कई बार असहज स्थिति पैदा कर चुके हैं और हर बार परिवार-पार्टी को उनके बचाव में उतरना पड़ा। लेकिन, उनकी कुछ हरकतों ने RJD के परंपरागत समर्थक वर्ग को भी नाराज किया था। बिहार के पूर्व सीएम दरोगा राय की पौत्री के साथ उनकी असफल शादी और अब तलाक का केस पूरे परिवार की किरकिरी करा चुका है। उत्तराधिकार की लड़ाई: RJD में अपनी भूमिका और कद को लेकर तेज प्रताप कभी संतुष्ट नहीं दिखाई दिए। लालू के उत्तराधिकार के लिए दोनों भाइयों के बीच होड़ की खबरें आती रहीं और यह लड़ाई 2019 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उस समय सतह पर आ गई, जब तेज प्रताप ने एक अलग मोर्चा ही बना दिया। 2020 के विधानसभा चुनाव में यह स्पष्ट हो गया कि लालू ने अपना उत्तराधिकारी तेजस्वी को चुन लिया है। इस बार RJD का पूरा जोर है कि चुनावी मैदान में उतरने से पहले महागठबंधन की तरफ से सीएम पद का चेहरा तेजस्वी को घोषित कर दिया जाए। हालांकि इसके लिए सभी सहयोगी दलों के बीच सहमति बनाना थोड़ा मुश्किल हो रहा है। सीट बंटवारे का दबाव: पिछले विधानसभा चुनाव में 75 सीटों के साथ RJD राज्य में सबसे बड़ा दल बनकर उभरा था। पार्टी अपना वही दबदबा गठबंधन के भीतर भी कायम रखना चाहती है, जबकि कांग्रेस ने संकेत दिए हैं कि उसे पिछलग्गू नहीं, बराबरी का दर्जा चाहिए। पिछले दिनों अपनी राज्य इकाई में बदलाव कर उसने यह मेसेज दे दिया था। RJD के सामने सीट बंटवारे की चुनौती है। उस पर कांग्रेस ही नहीं, वामदल और मुकेश सहनी की VIP जैसे घटक दलों का भी दबाव है। NDA मजबूत: महागठबंधन की तुलना में NDA में फिलहाल ज्यादा सामंजस्य नजर आ रहा है। BJP ने साफ कर दिया है कि चुनाव नीतीश कुमार के चेहरे पर लड़ा जाएगा। ऐसा नहीं है कि यहां सीट बंटवारे का फॉर्म्युला फिक्स हो चुका है, लेकिन अगर कोई परेशानी है भी तो वह सतह पर नजर नहीं आई है।
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