इस आर्टिकल में हम डर्मेटोलॉजिस्ट डॉक्टर अनिका गोयल की इंस्टाग्राम पोस्ट की मदद से ये जानने की कोशिश करेंगे कि लेजर ट्रीटमेंट करवाने वाले पेशेंट और ट्रीटमेंट करने वाले को किन बातों का ख्याल रखना चाहिए। साथ ही, हम लेजर ट्रीटमेंट से होने वाले नुकसानों के बारे में भी समझेंगे। आइए विस्तार से जान लेते हैं।
वीडियो में क्या दिखाया गया है?
डॉक्टर अनिका ने अपनी इंस्टाग्राम वीडियो में एक अन्य वीडियो पर रिएक्शन दिया है। इस वीडियो में एक व्यक्ति महिला के फेस पर लेजर ट्रीटमेंट करता हुआ नजर आ रहा है। हालांकि, यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि उस व्यक्ति ने लेजर ट्रीटमेंट से जुड़े सेफ्टी पॉइंट्स पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया है।
वो महिला के चेहरे पर लेजर का इस्तेमाल कर रहा है, लेकिन महिला ने आंखों पर सेफ्टी ग्लासेज नहीं पहने हैं। इसके अलावा, लेजर को सही तरह से किसी एक जगह पर इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। साथ ही, इस पूरे प्रोसेस के दौरान महिला को जबरदस्ती चेयर पर बैठाकर रखा जा रहा है, जो कि बहुत अनकंफर्टेबल है।
डॉक्टर अनिका ने दिया ऐसा रिएक्शन
इस वीडियो को देखकर डॉक्टर अनिका ने कहा कि 'लेजर प्रक्रिया को इस तरह नहीं किया जाता है। आप इस वीडियो को देखकर हंसे या घबराएं, मगर ये लेजर ट्रीटमेंट का गलत तरीका है। डॉक्टर का कहना है कि लेजर एक शक्तिशाली उपकरण हैं, लेकिन ऐसा सिर्फ तभी है, जब वो सही हाथों में हो।' इस वीडियो में 3 सबसे बड़ी समस्याएं हैं:
- पहली पेशेंट ने कोई सुरक्षा चश्मा नहीं लगाया है
- दूसरी लेजर का इस्तेमाल करने में कोई सटीकता नहीं है
- तीसरी पेशेंट को ट्रीटमेंट के दौरान बहुत ज्यादा परेशानी हो रही है।
लेजर ट्रीटमेंट का सही तरीका क्या है?
लेजर ट्रीटमेंट कैसे होता है?
लेजर ट्रीटमेंट करने के लिए इस मशीन से रोशनी की तेज रेज को स्किन पर डाला जाता है, जो त्वचा के ऊपर या अंदर तक जाकर काम करती है। ये तकनीक स्किन के अनचाहे हिस्सों को बर्न या खत्म करने, जैसे कि दाग-धब्बे, झुर्रियां या हेयर ग्रोथ को कम करने में मदद करती है।
लेजर ट्रीटमेंट के नुकसान

लेजर ट्रीटमेंट को आमतौर पर हानिकारक नहीं माना जाता है, लेकिन ऐसा नहीं है कि इस ट्रीटमेंट्स से स्किन को कोई नुकसान नहीं होते हैं। बता दें कि लेजर की मदद से शरीर में कुछ न कुछ आर्टिफिशियल बदलाव होते हैं और इसी कारण से आपको अच्छे रिजल्ट दिखाई देते हैं।
हालांकि, बॉडी में अन्दरूनी तौर पर छेड़छाड़ करने की वजह से कई समस्याएं हो सकती हैं। कई मामलों में ये परेशानियां गंभीर डैमेज भी कर सकती हैं। यहां एक ध्यान देने वाली बात ये है कि लेजर ट्रीटमेंट परमानेंट नहीं होते हैं और बार-बार सिटिंग्स लेने की जरूरत पड़ सकती है।
(डिस्क्लेमर: लेख में दिए गए नुस्खे की जानकारी व दावे पूरी तरह से इंस्टाग्राम पर प्रकाशित वीडियो पर आधारित हैं। एनबीटी इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है। किसी भी तरह के नुस्खे को आजमाने से पहले किसी एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।)
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