नई दिल्ली: पाकिस्तान के क्रिकेटर आजम खान ने भारतीय स्टार विराट कोहली से बाबर आजम की तुलना करते हुए एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बाबर ने अपनी बल्लेबाजी से पाकिस्तान क्रिकेट की छवि बदली है, जिसे पहले सिर्फ तेज गेंदबाजी के लिए जाना जाता था। हालांकि, आजम खान ने इस बात पर जोर दिया कि बाबर को वह मजबूत समर्थन नहीं मिला जो विराट कोहली को अपने शुरुआती करियर में भारतीय टीम से मिला था।
पाकिस्तान क्रिकेट की पहचान बदली
क्रिकेट पॉडकास्ट क्रिकविक पर बोलते हुए, आजम खान ने बाबर आजम की तारीफ करते हुए कहा, 'पाकिस्तान क्रिकेट अपनी तेज गेंदबाजी के लिए मशहूर था। लेकिन बाबर आजम ने अपनी बल्लेबाजी से इसे मशहूर कर दिया। इसमें बहुत बड़ा अंतर है। जैसे विराट कोहली ने भारत के लिए किया।' आजम खान का मानना है कि बाबर ने अपनी बल्लेबाजी से टीम को नई पहचान दी है।
बाबर के साथ कोई नहीं था
आजम खान ने दोनों दिग्गजों के आसपास के माहौल में मौजूद बड़े अंतर को बताया। उन्होंने कहा कि 'विराट कोहली के आसपास उस समय दिग्गज खिलाड़ी थे। जब उन्होंने खेलना शुरू किया, तो उनके साथ वीवीएस लक्ष्मण, सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, वीरेंद्र सहवाग और एमएस धोनी जैसे कई बड़े बल्लेबाज थे। लेकिन बाबर के साथ कौन था? कोई नहीं था।' उनका इशारा इस बात की ओर था कि बाबर को अकेले ही पाकिस्तान की बल्लेबाजी का बोझ उठाना पड़ा।
महान खिलाड़ी को सहारे की जरूरत: मोहसिन खान
इस चर्चा में शामिल पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज मोहसिन खान ने भी आजम खान की बात का समर्थन किया। उन्होंने कहा, 'बाबर बुरा बल्लेबाज नहीं है। लेकिन उसे सहारा देने के लिए उसके आसपास कुछ गुणवत्ता वाले खिलाड़ियों की जरूरत है।' मोहसिन खान ने विराट कोहली का उदाहरण देते हुए समझाया कि टेस्ट में पुजारा, रहाणे और वनडे में रोहित, धवन जैसे मजबूत खिलाड़ियों ने कोहली को और महान बनने में मदद की। मोहसिन खान ने यह भी चिंता जताई कि बाबर और मोहम्मद रिजवान पर लगातार अच्छा प्रदर्शन करने का बहुत अधिक दबाव है। उन्होंने कहा कि 'अगर आप पर हमेशा यह दबाव डाला जाता है कि आपको हर बार शतक बनाना है, तो वे भी इंसान हैं।'
पाकिस्तान क्रिकेट की पहचान बदली
क्रिकेट पॉडकास्ट क्रिकविक पर बोलते हुए, आजम खान ने बाबर आजम की तारीफ करते हुए कहा, 'पाकिस्तान क्रिकेट अपनी तेज गेंदबाजी के लिए मशहूर था। लेकिन बाबर आजम ने अपनी बल्लेबाजी से इसे मशहूर कर दिया। इसमें बहुत बड़ा अंतर है। जैसे विराट कोहली ने भारत के लिए किया।' आजम खान का मानना है कि बाबर ने अपनी बल्लेबाजी से टीम को नई पहचान दी है।
बाबर के साथ कोई नहीं था
आजम खान ने दोनों दिग्गजों के आसपास के माहौल में मौजूद बड़े अंतर को बताया। उन्होंने कहा कि 'विराट कोहली के आसपास उस समय दिग्गज खिलाड़ी थे। जब उन्होंने खेलना शुरू किया, तो उनके साथ वीवीएस लक्ष्मण, सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, वीरेंद्र सहवाग और एमएस धोनी जैसे कई बड़े बल्लेबाज थे। लेकिन बाबर के साथ कौन था? कोई नहीं था।' उनका इशारा इस बात की ओर था कि बाबर को अकेले ही पाकिस्तान की बल्लेबाजी का बोझ उठाना पड़ा।
महान खिलाड़ी को सहारे की जरूरत: मोहसिन खान
इस चर्चा में शामिल पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज मोहसिन खान ने भी आजम खान की बात का समर्थन किया। उन्होंने कहा, 'बाबर बुरा बल्लेबाज नहीं है। लेकिन उसे सहारा देने के लिए उसके आसपास कुछ गुणवत्ता वाले खिलाड़ियों की जरूरत है।' मोहसिन खान ने विराट कोहली का उदाहरण देते हुए समझाया कि टेस्ट में पुजारा, रहाणे और वनडे में रोहित, धवन जैसे मजबूत खिलाड़ियों ने कोहली को और महान बनने में मदद की। मोहसिन खान ने यह भी चिंता जताई कि बाबर और मोहम्मद रिजवान पर लगातार अच्छा प्रदर्शन करने का बहुत अधिक दबाव है। उन्होंने कहा कि 'अगर आप पर हमेशा यह दबाव डाला जाता है कि आपको हर बार शतक बनाना है, तो वे भी इंसान हैं।'
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