हरिद्वार: संत प्रेमानंद जी महाराज के चाहने वालों में सभी धर्मों के लोग शामिल हैं। उनके राधेमय प्रेम का असर मुसलमानों पर भी पड़ता है। यही कारण है कि प्रेमानंद की किडनी खराब होने पर कई मुसलमानों ने दान तक देने की इच्छा जाहिर की थी। आजकल उनकी तबीयत खराब चल रही है। एक तरफ हिंदू अनुयायी जहां दिन-रात स्वस्थ होने की दुआ कर रहे हैं तो वहीं मुस्लिम अनुयायियों ने भी कंधे से कंधा मिला लिया है। हरिद्वार के पिरान कलियर दरगाह साबिर पाक में अच्छी सेहत की कामना लिए हुए चादर चढ़ाई गई।
हरिद्वार के कलियर में भी मुस्लिम समाज के लोग ने भी प्रेमानंद महाराज के दीर्घायु और जल्द स्वस्थ होने की दुआ मांगी। इस दौरान मुस्लिम समाज के लोगों ने हाथों में संत प्रेमानंद महाराज की तस्वीर लकर दरगाह साबिर पाक ने चादर और फूल पेश कर हुए उनके जल्द स्वस्थ होने की दुआ मांगी।
इस दौरान सिंगर राजा तुर्क, शफीक साबरी, इस्तेखार साबरी आदि शामिल रहे। प्रेमानंद महाराज की सेहत पिछले कई दिनों से कमजोर चल रही है। उन्हें पॉलिसिस्टिक किडनी डिजीज नामक गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं, जिसके कारण उन्हें हर रोज डायलिसिस करानी पड़ती है।
संत प्रेमानंद महाराज का स्वास्थ्य कई दिनों से ठीक नहीं होने से देशभर में उनके भक्त मायूस हैं। उनकी सेहत में बेहतरी के लिए दुआएं मांगी जा रही हैं। इन्हीं दुआओं का असर है कि संत प्रेमानंद महाराज के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है।
2006 में पेट दर्द के बाद यह बीमारी सामने आई थी। हाल ही में उनकी तबीयत खराब होने के कारण उनकी तीर्थयात्रा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है। वे अब वृंदावन में भक्तों से मिलने लगे हैं और स्वास्थ्य सुधार की दिशा में हैं।
हरिद्वार के कलियर में भी मुस्लिम समाज के लोग ने भी प्रेमानंद महाराज के दीर्घायु और जल्द स्वस्थ होने की दुआ मांगी। इस दौरान मुस्लिम समाज के लोगों ने हाथों में संत प्रेमानंद महाराज की तस्वीर लकर दरगाह साबिर पाक ने चादर और फूल पेश कर हुए उनके जल्द स्वस्थ होने की दुआ मांगी।
इस दौरान सिंगर राजा तुर्क, शफीक साबरी, इस्तेखार साबरी आदि शामिल रहे। प्रेमानंद महाराज की सेहत पिछले कई दिनों से कमजोर चल रही है। उन्हें पॉलिसिस्टिक किडनी डिजीज नामक गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं, जिसके कारण उन्हें हर रोज डायलिसिस करानी पड़ती है।
संत प्रेमानंद महाराज का स्वास्थ्य कई दिनों से ठीक नहीं होने से देशभर में उनके भक्त मायूस हैं। उनकी सेहत में बेहतरी के लिए दुआएं मांगी जा रही हैं। इन्हीं दुआओं का असर है कि संत प्रेमानंद महाराज के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है।
2006 में पेट दर्द के बाद यह बीमारी सामने आई थी। हाल ही में उनकी तबीयत खराब होने के कारण उनकी तीर्थयात्रा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है। वे अब वृंदावन में भक्तों से मिलने लगे हैं और स्वास्थ्य सुधार की दिशा में हैं।
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