पटना : बिहार विधानसभा चुनाव के प्रचार अभियान के बीच, पटना एयरपोर्ट पर शुक्रवार (7 नवंबर) को एक ऐसा अनोखा और हृदयस्पर्शी नज़ारा देखने को मिला, जिसने यह दिखा दिया कि राजनीति अपनी जगह है, लेकिन आपसी सम्मान और संस्कार सबसे ऊपर हैं। आरजेडी के प्रचारक और भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव और बीजेपी नेता व भोजपुरी गायक मनोज तिवारी अचानक आमने-सामने आ गए। इस मुलाकात में खेसारी लाल यादव ने बिना किसी हिचकिचाहट के तुरंत मनोज तिवारी के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया। यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब चुनावी मंचों पर दोनों पार्टियों के प्रचारक एक-दूसरे पर तीखी बयानबाजी कर रहे हैं।
खेसारी की हो रही तारीफ
खेसारी लाल यादव, जो अपने प्रचार अभियान से लौट रहे थे, ने जैसे ही बीजेपी के स्टार प्रचारक मनोज तिवारी को देखा, वे तुरंत उनके पास गए और उनके पैर छू लिए। दोनों नेताओं ने गर्मजोशी से गले मिलकर हालचाल पूछा, और उनके चेहरों पर मुस्कान साफ देखी जा सकती थी। इस मुलाकात के दौरान, खेसारी लाल यादव ने कहा कि बड़े भाई हैं, सम्मान देना मेरा फर्ज है। वहीं, मनोज तिवारी ने भी इस सम्मानजनक हावभाव की सराहना करते हुए कहा कि हमारे बीच राजनीति आ सकती है, लेकिन संस्कार नहीं तोड़ सकती। दोनों भोजपुरी कलाकारों की इस मुलाकात ने उन सभी अटकलों को खारिज कर दिया, जिनमें चुनावी प्रतिद्वंद्विता के कारण व्यक्तिगत रिश्तों में कड़वाहट की बात कही जा रही थी।
सकारात्मक सियासी संदेश
यह दृश्य समाज में एक सकारात्मक संदेश लेकर आया है कि राजनीतिक मतभेद व्यक्तिगत सम्मान और मानवीय रिश्तों को प्रभावित नहीं करने चाहिए। बिहार चुनाव में इस बार भोजपुरी कलाकारों की भागीदारी और उनकी लोकप्रियता निर्णायक मानी जा रही है। बीजेपी के खेमे से मनोज तिवारी, पवन सिंह और दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ जैसे बड़े चेहरे मोर्चा संभाले हुए हैं, जबकि आरजेडी ने खेसारी लाल यादव को अपने पक्ष में जोड़कर मतदाताओं को लुभाने की कोशिश की है।
एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी
मंचों पर भले ही ये कलाकार एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी करते हों, लेकिन एयरपोर्ट पर हुई इस मुलाकात ने एक अलग ही तस्वीर पेश की है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह दृश्य समाज में एक सकारात्मक संदेश देता है, खासकर तब जब चुनावी रैलियों में भाषा की मर्यादा अक्सर टूटती नज़र आती है। यह मुलाकात चुनावी गहमागहमी के बीच मानवीय रिश्तों की गर्माहट लेकर आई, यह दिखाते हुए कि एक कलाकार होने के नाते उनका रिश्ता और व्यक्तिगत सम्मान राजनीति से कहीं ज्यादा गहरा और महत्वपूर्ण है।
खेसारी की हो रही तारीफ
खेसारी लाल यादव, जो अपने प्रचार अभियान से लौट रहे थे, ने जैसे ही बीजेपी के स्टार प्रचारक मनोज तिवारी को देखा, वे तुरंत उनके पास गए और उनके पैर छू लिए। दोनों नेताओं ने गर्मजोशी से गले मिलकर हालचाल पूछा, और उनके चेहरों पर मुस्कान साफ देखी जा सकती थी। इस मुलाकात के दौरान, खेसारी लाल यादव ने कहा कि बड़े भाई हैं, सम्मान देना मेरा फर्ज है। वहीं, मनोज तिवारी ने भी इस सम्मानजनक हावभाव की सराहना करते हुए कहा कि हमारे बीच राजनीति आ सकती है, लेकिन संस्कार नहीं तोड़ सकती। दोनों भोजपुरी कलाकारों की इस मुलाकात ने उन सभी अटकलों को खारिज कर दिया, जिनमें चुनावी प्रतिद्वंद्विता के कारण व्यक्तिगत रिश्तों में कड़वाहट की बात कही जा रही थी।
सकारात्मक सियासी संदेश
यह दृश्य समाज में एक सकारात्मक संदेश लेकर आया है कि राजनीतिक मतभेद व्यक्तिगत सम्मान और मानवीय रिश्तों को प्रभावित नहीं करने चाहिए। बिहार चुनाव में इस बार भोजपुरी कलाकारों की भागीदारी और उनकी लोकप्रियता निर्णायक मानी जा रही है। बीजेपी के खेमे से मनोज तिवारी, पवन सिंह और दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ जैसे बड़े चेहरे मोर्चा संभाले हुए हैं, जबकि आरजेडी ने खेसारी लाल यादव को अपने पक्ष में जोड़कर मतदाताओं को लुभाने की कोशिश की है।
एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी
मंचों पर भले ही ये कलाकार एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी करते हों, लेकिन एयरपोर्ट पर हुई इस मुलाकात ने एक अलग ही तस्वीर पेश की है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह दृश्य समाज में एक सकारात्मक संदेश देता है, खासकर तब जब चुनावी रैलियों में भाषा की मर्यादा अक्सर टूटती नज़र आती है। यह मुलाकात चुनावी गहमागहमी के बीच मानवीय रिश्तों की गर्माहट लेकर आई, यह दिखाते हुए कि एक कलाकार होने के नाते उनका रिश्ता और व्यक्तिगत सम्मान राजनीति से कहीं ज्यादा गहरा और महत्वपूर्ण है।
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