नई दिल्ली: पूर्व क्रिकेटर योगराज सिंह को उनके विवादित बयानों के लिए जाना जाता है। उन्होंने कई इंटरव्यू में कहा है कि उन्हें जिंदगी में कोई पछतावा नहीं है और वह केवल अपनी मां के निधन पर रोए थे। लेकिन, अब उनके बोल बदल गए हैं। उन्होंने न केवल उन सभी लोगों से माफी मांगी जिनके साथ उन्होंने गलत किया था, बल्कि उन्होंने आंसुओं के साथ माफी मांगी।
एक इंटरव्यू में दिग्गज क्रिकेटर युवराज सिंह के पिता योगराज ने स्वीकार किया कि उन्होंने अपनी जिंदगी में कई गलतियां की हैं और उन्होंने युवराज और अपनी पहली पत्नी से माफी मांगी। ये दोनों तब उन्हें छोड़कर चले गए थे जब युवराज 17 साल के थे।
फाइववुड पोडकास्ट पर योगराज ने बताया कि कुछ महीने पहले उनकी जान जाते-जाते बची थी और उनका बच जाना एक चमत्कार था। उन्होंने कहा कि उन्हें अपने पेट में बहुत तेज दर्द महसूस हुआ, जिसके बाद वह तुरंत अस्पताल भागे। वहां कुछ टेस्ट करवाने के बाद, उन्हें बताया गया कि उनका ऑपरेशन करना पड़ेगा और उनके बचने की संभावना बहुत कम है।
इस अनुभव ने उनके अंदर कुछ बदल दिया। पहले वह कई बार यह कह चुके थे कि उन्हें अपने जीवन में कोई पछतावा नहीं है और अगर उन्हें युवराज को पालने का एक और मौका मिला, तो वह उनके साथ फिर से वैसा ही दुर्व्यवहार करेंगे। लेकिन अब योगराज ने स्वीकार किया कि उन्होंने अतीत में बुरा व्यवहार किया है। उन्होंने कहा कि अब उनकी बस यही इच्छा है कि उन्हें इस जीवन से मोक्ष मिल जाए।
योगराज सिंह ने पॉडकास्ट में क्या कहा?
उनसे पूछा गया कि उन्हें जीवन में कुछ पछतावा है तो उन्होंने कहा, 'बहुत सारे। जो भी मैंने किया वो मेरे सेल्फ रिस्पेक्ट और मेरे परिवार पर आ गई थी। मैंने लगभग सभी वो यादें मिटा दी हैं, क्योंकि मैंरे गुरु ने मुझे ऐसा करने के लिए कहा था। लेकिन मैं हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं। मैं रिक्वेस्ट करता हूं जिनको मैंने नुकसान पहुंचाया है, कोई बाहर का हो या घरवाला मुझे माफ कर दें। मैं अपने बच्चे और अपनी पत्नी युवी की मां और सभी से माफी मांगता हूं। सब मेरी गलती थी।'
उन्होंने आगे कहा,'अगर मैंने कभी किसी दोस्त, किसी प्रतियोगी के बारे में बुरा कहा हो, चाहे वह क्रिकेट में हो या फिल्मों में, तो मुझे माफ करना। मुझमें कोई खूबी नहीं है, मुझमें सिर्फ खामियां हैं। मैंने जिंदगी में एक भी अच्छा काम नहीं किया। उन्होंने कहा कि जो गलतियां उन्होंने जिंदगी में की हैं, उन्हें दोहराने का तो वो सपने में भी नहीं सोच सकते। उन्होंने कहा, 'मैं चैन की नींद सोता हूं। मुझे किसी दवा की जरूरत नहीं है। जब मैं मर जाऊं, तो मैं चाहता हूं कि गुरु मुझ पर गर्व करें।'उन्होंने आगे कहा कि वह अपनी पूर्व पत्नी और वर्तमान पत्नी को 'माता' कहते हैं और अपने बेटों में उन्हें 'गुरु' नजर आते हैं।'
एक इंटरव्यू में दिग्गज क्रिकेटर युवराज सिंह के पिता योगराज ने स्वीकार किया कि उन्होंने अपनी जिंदगी में कई गलतियां की हैं और उन्होंने युवराज और अपनी पहली पत्नी से माफी मांगी। ये दोनों तब उन्हें छोड़कर चले गए थे जब युवराज 17 साल के थे।
फाइववुड पोडकास्ट पर योगराज ने बताया कि कुछ महीने पहले उनकी जान जाते-जाते बची थी और उनका बच जाना एक चमत्कार था। उन्होंने कहा कि उन्हें अपने पेट में बहुत तेज दर्द महसूस हुआ, जिसके बाद वह तुरंत अस्पताल भागे। वहां कुछ टेस्ट करवाने के बाद, उन्हें बताया गया कि उनका ऑपरेशन करना पड़ेगा और उनके बचने की संभावना बहुत कम है।
इस अनुभव ने उनके अंदर कुछ बदल दिया। पहले वह कई बार यह कह चुके थे कि उन्हें अपने जीवन में कोई पछतावा नहीं है और अगर उन्हें युवराज को पालने का एक और मौका मिला, तो वह उनके साथ फिर से वैसा ही दुर्व्यवहार करेंगे। लेकिन अब योगराज ने स्वीकार किया कि उन्होंने अतीत में बुरा व्यवहार किया है। उन्होंने कहा कि अब उनकी बस यही इच्छा है कि उन्हें इस जीवन से मोक्ष मिल जाए।
योगराज सिंह ने पॉडकास्ट में क्या कहा?
उनसे पूछा गया कि उन्हें जीवन में कुछ पछतावा है तो उन्होंने कहा, 'बहुत सारे। जो भी मैंने किया वो मेरे सेल्फ रिस्पेक्ट और मेरे परिवार पर आ गई थी। मैंने लगभग सभी वो यादें मिटा दी हैं, क्योंकि मैंरे गुरु ने मुझे ऐसा करने के लिए कहा था। लेकिन मैं हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं। मैं रिक्वेस्ट करता हूं जिनको मैंने नुकसान पहुंचाया है, कोई बाहर का हो या घरवाला मुझे माफ कर दें। मैं अपने बच्चे और अपनी पत्नी युवी की मां और सभी से माफी मांगता हूं। सब मेरी गलती थी।'
उन्होंने आगे कहा,'अगर मैंने कभी किसी दोस्त, किसी प्रतियोगी के बारे में बुरा कहा हो, चाहे वह क्रिकेट में हो या फिल्मों में, तो मुझे माफ करना। मुझमें कोई खूबी नहीं है, मुझमें सिर्फ खामियां हैं। मैंने जिंदगी में एक भी अच्छा काम नहीं किया। उन्होंने कहा कि जो गलतियां उन्होंने जिंदगी में की हैं, उन्हें दोहराने का तो वो सपने में भी नहीं सोच सकते। उन्होंने कहा, 'मैं चैन की नींद सोता हूं। मुझे किसी दवा की जरूरत नहीं है। जब मैं मर जाऊं, तो मैं चाहता हूं कि गुरु मुझ पर गर्व करें।'उन्होंने आगे कहा कि वह अपनी पूर्व पत्नी और वर्तमान पत्नी को 'माता' कहते हैं और अपने बेटों में उन्हें 'गुरु' नजर आते हैं।'
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