आरा: बिहार में एक सड़क हादसे में शादी के बाद ससुराल जा रही दुल्हन की मौत हो गई, जबकि दूल्हे की हालत गंभीर है। यह घटना बिहिया-बिहटा स्टेट हाईवे पर सिकरहटा थाना क्षेत्र के सिकरौल पेट्रोल पंप के पास हुई। दूल्हा-दुल्हन सहित सात लोग घायल हो गए थे, जिसके बाद दुल्हन ने पटना में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। नई नवेली दुल्हन की अर्थी देख ससुराल में कोहराम मच गया और ससुर ने अपनी बहू को मुखाग्नि दी।
विदाई के बाद दुल्हन की मौतजानकारी के अनुसार, मृतका सिकरहटा थाना क्षेत्र के रंजमलडीह गांव निवासी मोनू कुमार की 21 वर्षीया पत्नी ललिता देवी है। सिकरहटा थाना क्षेत्र के रंजमलदडीह गांव निवासी ओम प्रकाश सिंह उर्फ बधारी सिंह के पुत्र मोनू कुमार का बारात हसन बाजार थाना क्षेत्र के इनरपतपुर गांव निवासी स्व. दूधनाथ सिंह के घर गई थी। लड़के वाले धूम धाम से शादी के लिए लड़की के दरवाजे पर पहुंचे।
रास्ते में ही भयानक सड़क हादसादोनों की धूमधाम से शादी हुई। परिवार वालों ने बेटी की विदाई की, लेकिन किसे पता था कि मायके से यह विदाई उसकी आखिरी विदाई हो जाएगी। ससुराल में दुल्हन की डोली की जगह अर्थी पहुंचेगी। दूल्हे के पिता ओम प्रकाश सिंह उर्फ बधारी सिंह ने घटना के बारे में जानकारी दी।
ऐसे हुआ हादसाबताया जा रहा है कि सुबह विदाई हुई और दूल्हा मोनू कुमार दुल्हन ललिता देवी सहित सात लोगों के साथ वापस रंजमडीहल गांव की ओर रवाना हो गया। इसी बीच सिकरौल पेट्रोल पंप के पास दूसरी तरफ से आ रहे ट्रक से कार की आमने-सामने की जोरदार टक्कर हुई। हादसे में गाड़ी सवार दूल्हा-दुल्हन समेत सभी सात लोग घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए आरा के निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया। लेकिन इलाज के दौरान ही दुल्हन ललिता ने आखिरी सांस ले ली।
दूल्हा भी लड़ रहा जिंदगी की जंगवहीं दूल्हा मोनू कुमार भी जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है। देखते ही देखते दोनों घरों की खुशियों का माहौल मातम में बदल गया। बताया जाता है कि मृत दुल्हन अपने दो भाई व दो बहन में तीसरे स्थान पर थी। उसके पिता दूधनाथ सिंह की मौत दस वर्ष पूर्व हो गई थी। उसके परिवार में मां इतराजो देवी व दो भाई धनजी सिंह, नंदजी सिंह एवं एक बहन सविता देवी है। घटना के बाद मृत दुल्हन के मायके में ससुराल के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है।
विदाई के बाद दुल्हन की मौतजानकारी के अनुसार, मृतका सिकरहटा थाना क्षेत्र के रंजमलडीह गांव निवासी मोनू कुमार की 21 वर्षीया पत्नी ललिता देवी है। सिकरहटा थाना क्षेत्र के रंजमलदडीह गांव निवासी ओम प्रकाश सिंह उर्फ बधारी सिंह के पुत्र मोनू कुमार का बारात हसन बाजार थाना क्षेत्र के इनरपतपुर गांव निवासी स्व. दूधनाथ सिंह के घर गई थी। लड़के वाले धूम धाम से शादी के लिए लड़की के दरवाजे पर पहुंचे।
रास्ते में ही भयानक सड़क हादसादोनों की धूमधाम से शादी हुई। परिवार वालों ने बेटी की विदाई की, लेकिन किसे पता था कि मायके से यह विदाई उसकी आखिरी विदाई हो जाएगी। ससुराल में दुल्हन की डोली की जगह अर्थी पहुंचेगी। दूल्हे के पिता ओम प्रकाश सिंह उर्फ बधारी सिंह ने घटना के बारे में जानकारी दी।
ऐसे हुआ हादसाबताया जा रहा है कि सुबह विदाई हुई और दूल्हा मोनू कुमार दुल्हन ललिता देवी सहित सात लोगों के साथ वापस रंजमडीहल गांव की ओर रवाना हो गया। इसी बीच सिकरौल पेट्रोल पंप के पास दूसरी तरफ से आ रहे ट्रक से कार की आमने-सामने की जोरदार टक्कर हुई। हादसे में गाड़ी सवार दूल्हा-दुल्हन समेत सभी सात लोग घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए आरा के निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया। लेकिन इलाज के दौरान ही दुल्हन ललिता ने आखिरी सांस ले ली।
दूल्हा भी लड़ रहा जिंदगी की जंगवहीं दूल्हा मोनू कुमार भी जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है। देखते ही देखते दोनों घरों की खुशियों का माहौल मातम में बदल गया। बताया जाता है कि मृत दुल्हन अपने दो भाई व दो बहन में तीसरे स्थान पर थी। उसके पिता दूधनाथ सिंह की मौत दस वर्ष पूर्व हो गई थी। उसके परिवार में मां इतराजो देवी व दो भाई धनजी सिंह, नंदजी सिंह एवं एक बहन सविता देवी है। घटना के बाद मृत दुल्हन के मायके में ससुराल के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है।
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