मथुरा: उत्तर प्रदेश के मथुरा कोर्ट ने एक मामले में भाइयों के बीच हुई लड़ाई की सुनवाई के दौरान ऐसा निर्देश दिया, जिसकी खूब चर्चा हो रही है। दरअसल, मथुरा में जब भाइयों की बात आती है तो बलभद्र और श्रीकृष्ण का उदाहरण दिया जाता है। दोनों के बीच तमाम मतभेदों के बाद में गरिमा का भाव कभी कम नहीं हुआ। लेकिन, तीन भाइयों के बीच बढ़े विवाद के बीच दो भाइयों ने मिलकर तीसरे भाई की खेत में पिटाई कर दी तो सुनवाई के दौरान कोर्ट ने अलग रुख अपनाया। कोर्ट में मामले की सुनवाई के दौरान भाइयों को खड़ा रहने का आदेश दिया। अब कोर्ट के इस निर्देश की खूब चर्चा हो रही है।
क्या है पूरा मामला?मथुरा कोर्ट में भाई के साथ मारपीट कर गाली देने वाले दो सगे भाइयों को करवाई चलने तक खड़े रहने की सजा सुनाई। साथ ही, दोनों पर 1000 रुपये का जुर्माना भी लगाया है। मामला माट थाना क्षेत्र के गांव मेड़ताना का है। मेड़ताना गांव के रहने वाले प्रहलाद को उनके सगे भाई श्रीकुमार और जगदीश ने खेत पर घेर लिया था।
दोनों भाइयों ने मिलकर प्रहलाद के साथ मारपीट की और उसके साथ गाली-गलौच भी की। प्रहलाद के बेटे ओमप्रकाश ने अपने सगे दोनों चाचा के खिलाफ मांट थाने में केस दर्ज कराया। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर दोनों को पकड़कर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उन्हें जेल भेज दिया।
कोर्ट में चल रहा था केसमामले में दोनों भाइयों पर प्रहलाद के साथ मारपीट का केस कोर्ट में चल रहा था। लगातार सुनवाई होती रही। पांच साल के बाद ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट-6 कोर्ट में दोनों भाइयों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। कोर्ट में दोनों भाइयों इस प्रकार की घटना दोबारा न होने का वचन दिया।
कोर्ट ने इस पर दोनों भाइयों को कोर्ट की कार्रवाई चलने तक वहीं खड़ा रहने की सजा सुनाई। दोनों के खिलाफ एक हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया। इसके साथ मामले का निष्पादन कर दिया गया।
क्या है पूरा मामला?मथुरा कोर्ट में भाई के साथ मारपीट कर गाली देने वाले दो सगे भाइयों को करवाई चलने तक खड़े रहने की सजा सुनाई। साथ ही, दोनों पर 1000 रुपये का जुर्माना भी लगाया है। मामला माट थाना क्षेत्र के गांव मेड़ताना का है। मेड़ताना गांव के रहने वाले प्रहलाद को उनके सगे भाई श्रीकुमार और जगदीश ने खेत पर घेर लिया था।
दोनों भाइयों ने मिलकर प्रहलाद के साथ मारपीट की और उसके साथ गाली-गलौच भी की। प्रहलाद के बेटे ओमप्रकाश ने अपने सगे दोनों चाचा के खिलाफ मांट थाने में केस दर्ज कराया। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर दोनों को पकड़कर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उन्हें जेल भेज दिया।
कोर्ट में चल रहा था केसमामले में दोनों भाइयों पर प्रहलाद के साथ मारपीट का केस कोर्ट में चल रहा था। लगातार सुनवाई होती रही। पांच साल के बाद ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट-6 कोर्ट में दोनों भाइयों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। कोर्ट में दोनों भाइयों इस प्रकार की घटना दोबारा न होने का वचन दिया।
कोर्ट ने इस पर दोनों भाइयों को कोर्ट की कार्रवाई चलने तक वहीं खड़ा रहने की सजा सुनाई। दोनों के खिलाफ एक हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया। इसके साथ मामले का निष्पादन कर दिया गया।
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