नई दिल्लीः दिल्ली सरकार ने मेगा स्वच्छता अभियान की शुरुआत की है। नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में शुरू किए गए 'सेवा पखवाड़े' के अंतर्गत यह अभियान चलाया गया। मंगलवार को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता समेत पूरा मंत्रिमंडल, विधायक, पार्षद और आम जनता भी हाथ में झाड़ लेकर सड़कों पर उतरे। इस दौरान सीएम ने सभी जनप्रतिनिधियों को बड़ा संदेश देते हुए अपील की कि मेरी तस्वीर का उपयोग किसी पोस्टर में न करें, इससे शहर की सुंदरता बिगड़ती है। इस अभियान के तहत मुख्यमंत्री ने शालीमार बाग के रिंग रोड पर स्वच्छता अभियान में भाग लिया और खुद झाडू लगाकर जनता को स्वच्छता का संदेश दिया। उन्होंने वहां दीवारों पर लगे पुराने बैनर और पोस्टर भी हटाए।
आसपास के वातावरण की भी होनी चाहिए सफाईसीएम ने साफ संदेश दिया कि स्वच्छता केवल सड़कों और गलियों तक सीमित नहीं है, बल्कि सार्वजनिक स्थलों की दीवारों और आसपास के वातावरण की भी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह अभियान जनजागरूकता और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना को मजबूत करने का प्रयास है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक हम सब मिलकर स्वच्छता को आदत नहीं बनाएंगे, तब तक 'स्वच्छ दिल्ली' का सपना पूरा नहीं होगा। स्वच्छता कोई एक दिन या कुछ घंटों का काम नहीं, बल्कि लगातार चलने वाली प्रक्रिया है। हर भारतीय को यह समझना होगा कि यह शहर और देश हमारा है। यदि हम कूड़ा फैलाते हैं, तो यह हमारी जिम्मेदारी को कमजोर करता है।
पत्तल-पोस्टर शहर को कर रहे गंदारेखा गुप्ता ने कहा कि सड़कों पर तंबाकू के पाउच, पानी की बोतलें, पत्तल और पोस्टर शहर को गंदा कर रहे हैं। केवल एक दिन की ड्राइव से समस्या का समाधान नहीं होगा। यह काम संस्थाओं, जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और हर नागरिक को प्रतिदिन और लगातार करना होगा, तभी दिल्ली स्वच्छ और सुंदर रह पाएगी। मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से अपील की कि दीवारों पर लिखावट और पोस्टर लगाकर शहर को गंदा न करें। यह एक गंभीर अपराध है। मुख्यमंत्री ने सभी नागरिकों से अपील की कि वे अपने घर, मोहल्ले और कार्यस्थल को स्वच्छ बनाए रखने में सक्रिय योगदान दें। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि जनभागीदारी से दिल्ली न केवल स्वच्छ बनेगी, बल्कि अन्य राज्यों के लिए भी आदर्श प्रस्तुत करेगी।
आसपास के वातावरण की भी होनी चाहिए सफाईसीएम ने साफ संदेश दिया कि स्वच्छता केवल सड़कों और गलियों तक सीमित नहीं है, बल्कि सार्वजनिक स्थलों की दीवारों और आसपास के वातावरण की भी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह अभियान जनजागरूकता और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना को मजबूत करने का प्रयास है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक हम सब मिलकर स्वच्छता को आदत नहीं बनाएंगे, तब तक 'स्वच्छ दिल्ली' का सपना पूरा नहीं होगा। स्वच्छता कोई एक दिन या कुछ घंटों का काम नहीं, बल्कि लगातार चलने वाली प्रक्रिया है। हर भारतीय को यह समझना होगा कि यह शहर और देश हमारा है। यदि हम कूड़ा फैलाते हैं, तो यह हमारी जिम्मेदारी को कमजोर करता है।
पत्तल-पोस्टर शहर को कर रहे गंदारेखा गुप्ता ने कहा कि सड़कों पर तंबाकू के पाउच, पानी की बोतलें, पत्तल और पोस्टर शहर को गंदा कर रहे हैं। केवल एक दिन की ड्राइव से समस्या का समाधान नहीं होगा। यह काम संस्थाओं, जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और हर नागरिक को प्रतिदिन और लगातार करना होगा, तभी दिल्ली स्वच्छ और सुंदर रह पाएगी। मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से अपील की कि दीवारों पर लिखावट और पोस्टर लगाकर शहर को गंदा न करें। यह एक गंभीर अपराध है। मुख्यमंत्री ने सभी नागरिकों से अपील की कि वे अपने घर, मोहल्ले और कार्यस्थल को स्वच्छ बनाए रखने में सक्रिय योगदान दें। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि जनभागीदारी से दिल्ली न केवल स्वच्छ बनेगी, बल्कि अन्य राज्यों के लिए भी आदर्श प्रस्तुत करेगी।
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