भारत में चावल खाने का प्रमुख हिस्सा है और ऐसे में सवाल उठता है कि क्या डायबिटीज के मरीज चावल खा सकते हैं? अगर एक्सपर्ट की माने तो इसका जवाब हां है लेकिन शुगर के मरीज सीमित मात्रा में चावल खा सकते हैं। चावल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) अधिक होता है, जिससे ब्लड शुगर तेजी से बढ़ता है।
चावल का जीआई अलग-अलग हो सकता है। सफेद चावल का जीआई भूरे चावल (लगभग 50) की तुलना में अधिक (लगभग 70) होता है। मशहूर न्यूट्रिशनिस्ट पूजा मखिजा ने एक आसान तरीका बताया है। इस तरीके से पके हुए चावल का GI कम किया जा सकता है। चलिए जानते हैं यह तरीका क्या है।
बासी चावल खाएं
उन्होंने बताया कि एक दिन पुराने, ठंडे चावल, एकदम ताजे चावल से बेहतर होते हैं। कई रिसर्च में यह साबित हुआ है कि पके हुए स्टार्च को ठंडा करने से स्टार्च रेट्रोग्रेडेशन नामक प्रक्रिया होती है। इससे यह रेसिस्टेंट स्टार्च में बदल जाता है। आसान शब्दों में कहें तो, जब आप चावल या आलू जैसे स्टार्च वाले खाने को ठंडा करते हैं, तो आसानी से पचने वाला स्टार्च, रेसिस्टेंट स्टार्च में बदल जाता है। आसानी से पचने वाला स्टार्च वह होता है जिसे आपका शरीर तोड़ता है और इससे आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है। रेसिस्टेंट स्टार्च वह होता है जिसे आपका शरीर नहीं तोड़ पाता और यह आपके लिए बुरा नहीं होता। यह प्रीबायोटिक होता है, जो पेट के बैक्टीरिया के लिए अच्छा होता है। इसलिए, एक दिन पहले पके हुए चावल आपके ब्लड शुगर लेवल के लिए अच्छे होते हैं और आपके पेट को भी स्वस्थ रखते हैं।
डायबिटीज में चावल खाने का सही तरीका
चावल का जीआई लेवल कितना होता है?
चावल का जीआई मीडियम से हाई हो सकता है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि चावल को कितनी देर तक पकाया गया है और आप किस तरह का चावल इस्तेमाल कर रहे हैं। सफेद चावल का जीआई लगभग 70) होता है जबकि ब्राउन राइस का जीआई लगभग 50 होता है।
एक दिन पहले पके चावल खाने से पेट भी रहेगा बढ़िया

एक दिन पहले पके हुए चावल आपके ब्लड शुगर लेवल के लिए अच्छे होते हैं और आपके गट हेल्थ को भी बेहतर बनाते हैं। मखिजा ने आगे बताया कि पके हुए चावल को 24 घंटे तक फ्रिज में रखने के बाद दोबारा गर्म करके खाने से उसका जीई एकदम ताजे पके हुए चावल से काफी कम होता है।
चावल को कितनी देर तक फ्रिज में रखना चाहिए?
मखिजा ने बताया कि पके हुए चावल को 24 घंटे के लिए फ्रिज में रखने के बाद दोबारा गर्म करके खाने से उसका जीई ताजे पके हुए चावल से काफी कम होता है। यह तरीका डायबिटीज और पीसीओएस वाली महिलाओं के लिए बहुत मददगार हो सकता है। यह एक आसान तरीका है जिससे ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखा जा सकता है और गट हेल्थ को भी सुधारा जा सकता है।
ग्लाइसेमिक इंडेक्स क्या है?

खाने की चीजों का GI वैल्यू यह बताता है कि वह आपके ब्लड शुगर लेवल पर कैसा असर डालेगा। कम जीआई वाली चीजें आपके ब्लड शुगर लेवल पर कम असर डालती हैं। वहीं ज्यादा जीआई वाली चीजें आपके ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकती हैं और अगर आपको डायबिटीज है तो इनसे बचना चाहिए।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें। एनबीटी इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है।
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