बॉलीवुड में कई ऐसे एक्टर्स और एक्ट्रेसेस हैं, जिन्होंने किसी गॉडफादर के बिना अपनी पहचान बनाई। सफलता का स्वाद चखने से पहले खूब स्ट्रगल किया और खुद को आग में तपाया। यहां आपको एक ऐसे ही एक्टर के बारे में बता रहे हैं, जिसे कभी 10 रुपये की दिहाड़ी और सिर्फ एक प्लेट खाना मिलता था, पर आज वह करोड़ों में कमा रहा है। हाल ही आई उसकी एक फिल्म बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा रही है। एक्टर बनने के लिए यह बचपन में ही घर से भागकर मुंबई आ गया था। पहचाना ये एक्टर कौन है?
इस एक्टर ने एक इंटरव्यू में बताया था कि गुजारे के लिए इससे जो कुछ बन पड़ा, वो काम किया। फोन बूथ तक में 20 रुपये में काम किया। हालात ऐसे थे कि इसे नहाने के लिए बाथरूम तक नहीं मिल पाता था और एक ही कमरे में चार-पांच मजदूरों के साथ सोता था।
हर्षवर्धन राणे, 16 की उम्र में घर से भाग गए थे एक्टर
ये हैं एक्टर हर्षवर्धन राणे, जिनकी लेटेस्ट रिलीज 'एक दीवाने की दीवानियत' बॉक्स ऑफिस पर गर्दा उड़ाए हुए है। आंध्र प्रदेश के राजामहेंद्रम में पैदा हुए हर्षवर्धन राणे ग्वालियर में पले-बढ़े। उनके पापा एक डॉक्टर थे, लेकिन हर्षवर्धन राणे का पापा के नक्शेकदम पर चलने का कोई इरादा नहीं था। यही वजर रही कि उन्होंने 16 साल की उम्र में घर छोड़ दिया। तब उनकी जेब में सिर्फ 200 रुपये थे। राणे को यह तो पता था कि उन्हें एक्टर बनना है, लेकिन यह मालूम नहीं था कि कैसे आगे बढ़ा जाए।
वेटर की नौकरी की, 10 रुपये मिलते थे फिर 20 रुपये में कैफे में काम
इसलिए हर्षवर्धन राणे पहले दिल्ली पहुंचे और यहां पेट पालने के लिए छोटे-मोटे काम करने शुरू कर दिए। हर्षवर्धन राणे ने 'हॉलीवुड रिपोर्टर' को दिए इंटरव्यू में अपने स्ट्रगल के बारे में बात की। वह बोले, 'मैंने एक हॉस्टल मेस में वेटर का काम शुरू किया। मुझे एक एसटीडी बूथ पर रजिस्टर मेंटेन करने की भी नौकरी मिल गई, जिसमें मुझे रोजाना 10 रुपये मिलते थे। फिर वही काम एक कैफे में 20 रुपये में मिला।'
वॉशरूम तक नहीं मिल पाता था, 4-5 मजदूरों संग सोते थे
राणे ने आगे बताया, 'सबसे पहला स्ट्रगल तो खाना का जुगाड़ करना था। खाने के लिए चाहिए पैसे और पैसों के लिए चाहिए नौकरी। पहले इसका जुगाड़ करना पड़ा और फिर वॉशरूम ढूंढने की मशक्कत। साबुन पर किसी और के बाल चिपके होते थे। फिर डियोड्रेंट ढूंढने की जद्दोजहद शुरू हुई क्योंकि मैं किचन में काम करने वाले चार-पांच मजदूरों के साथ सोता था।
हर्षवर्धन राणे को एक्टिंग में ब्रेक और पहली फिल्म
इसके बाद हर्षवर्धन राणे मुंबई आ गए। उन्हें एक्टिंग का पहला मौका टीवी शो 'लेफ्ट राइट लेफ्ट' में मिला। घर छोड़ने के बाद 8 साल तक राणे का स्ट्रगल चलता रहा और फिर जाकर उन्हें अपनी एक्टिंग के लिए पैसे मिलने शुरू हुए। और फिर उन्होंने 'थकिता थकिता' नाम की फिल्म से बड़े पर्दे पर कदम रखे।
हर्षवर्धन राणे की करोड़ों की नेट वर्थ और फीस, यहां से तगड़ी इनकम
हर्षवर्धन राणे को कभी रोजाना 10 रुपये कमाने के लिए भी जी-तोड़ मशक्कत करनी पड़ती थी, और वह करोड़ों में नोट छाप रहे हैं। Infobix की रिपोर्ट के मुताबिक, उनकी नेट वर्थ 20-25 करोड़ रुपये है। हर्षवर्धन राणे की कमाई फिल्मों के अलावा वेब शोज और ब्रांड एंडोर्समेंट्स से होती है। इसके अलावा एक्टर ने रियल एस्टेट और लग्जरी गाड़ियों में भी निवेश किया हुआ है। फीस की बात करें, तो हर्षवर्धन एक फिल्म के लिए 1.5 करोड़ रुपये तक चार्ज करते हैं। खबर है कि 'एक दीवाने की दीवानियत' के लिए राणे ने 2-3 करोड़ रुपये फीस ली।
इस एक्टर ने एक इंटरव्यू में बताया था कि गुजारे के लिए इससे जो कुछ बन पड़ा, वो काम किया। फोन बूथ तक में 20 रुपये में काम किया। हालात ऐसे थे कि इसे नहाने के लिए बाथरूम तक नहीं मिल पाता था और एक ही कमरे में चार-पांच मजदूरों के साथ सोता था।
हर्षवर्धन राणे, 16 की उम्र में घर से भाग गए थे एक्टर
ये हैं एक्टर हर्षवर्धन राणे, जिनकी लेटेस्ट रिलीज 'एक दीवाने की दीवानियत' बॉक्स ऑफिस पर गर्दा उड़ाए हुए है। आंध्र प्रदेश के राजामहेंद्रम में पैदा हुए हर्षवर्धन राणे ग्वालियर में पले-बढ़े। उनके पापा एक डॉक्टर थे, लेकिन हर्षवर्धन राणे का पापा के नक्शेकदम पर चलने का कोई इरादा नहीं था। यही वजर रही कि उन्होंने 16 साल की उम्र में घर छोड़ दिया। तब उनकी जेब में सिर्फ 200 रुपये थे। राणे को यह तो पता था कि उन्हें एक्टर बनना है, लेकिन यह मालूम नहीं था कि कैसे आगे बढ़ा जाए।
वेटर की नौकरी की, 10 रुपये मिलते थे फिर 20 रुपये में कैफे में काम
इसलिए हर्षवर्धन राणे पहले दिल्ली पहुंचे और यहां पेट पालने के लिए छोटे-मोटे काम करने शुरू कर दिए। हर्षवर्धन राणे ने 'हॉलीवुड रिपोर्टर' को दिए इंटरव्यू में अपने स्ट्रगल के बारे में बात की। वह बोले, 'मैंने एक हॉस्टल मेस में वेटर का काम शुरू किया। मुझे एक एसटीडी बूथ पर रजिस्टर मेंटेन करने की भी नौकरी मिल गई, जिसमें मुझे रोजाना 10 रुपये मिलते थे। फिर वही काम एक कैफे में 20 रुपये में मिला।'
वॉशरूम तक नहीं मिल पाता था, 4-5 मजदूरों संग सोते थे
राणे ने आगे बताया, 'सबसे पहला स्ट्रगल तो खाना का जुगाड़ करना था। खाने के लिए चाहिए पैसे और पैसों के लिए चाहिए नौकरी। पहले इसका जुगाड़ करना पड़ा और फिर वॉशरूम ढूंढने की मशक्कत। साबुन पर किसी और के बाल चिपके होते थे। फिर डियोड्रेंट ढूंढने की जद्दोजहद शुरू हुई क्योंकि मैं किचन में काम करने वाले चार-पांच मजदूरों के साथ सोता था।
हर्षवर्धन राणे को एक्टिंग में ब्रेक और पहली फिल्म
इसके बाद हर्षवर्धन राणे मुंबई आ गए। उन्हें एक्टिंग का पहला मौका टीवी शो 'लेफ्ट राइट लेफ्ट' में मिला। घर छोड़ने के बाद 8 साल तक राणे का स्ट्रगल चलता रहा और फिर जाकर उन्हें अपनी एक्टिंग के लिए पैसे मिलने शुरू हुए। और फिर उन्होंने 'थकिता थकिता' नाम की फिल्म से बड़े पर्दे पर कदम रखे।
हर्षवर्धन राणे की करोड़ों की नेट वर्थ और फीस, यहां से तगड़ी इनकम
हर्षवर्धन राणे को कभी रोजाना 10 रुपये कमाने के लिए भी जी-तोड़ मशक्कत करनी पड़ती थी, और वह करोड़ों में नोट छाप रहे हैं। Infobix की रिपोर्ट के मुताबिक, उनकी नेट वर्थ 20-25 करोड़ रुपये है। हर्षवर्धन राणे की कमाई फिल्मों के अलावा वेब शोज और ब्रांड एंडोर्समेंट्स से होती है। इसके अलावा एक्टर ने रियल एस्टेट और लग्जरी गाड़ियों में भी निवेश किया हुआ है। फीस की बात करें, तो हर्षवर्धन एक फिल्म के लिए 1.5 करोड़ रुपये तक चार्ज करते हैं। खबर है कि 'एक दीवाने की दीवानियत' के लिए राणे ने 2-3 करोड़ रुपये फीस ली।
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