आज हम आपको हनुमान जी के ऐसे प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में बताने वाले हैं, जहां एक तरफ तो वो प्रेमियों का मिलन कराते हैं, शादियां कराते हैं, तो दूसरी ओर वहीं इश्क का भूत भी उतारते हैं। ये बात सुनने में आपको अजीब लगने के साथ-साथ दिलचस्प भी लगेगी। अगर आप हनुमान जयंती पर हनुमान जी के दर्शन करना चाहते हैं, तो कुछ देश के कुछ खास मंदिरों के बारे में बताते हैं। (photo credit: pexels.com)
बनती है इस मंदिर में जोड़ियां
मध्य प्रदेश के जबलपुर में मौजूद हनुमान जी का प्राचीन मंदिर है, ये मंदिर पूरे इलाके में ‘शादी वाले हनुमान जी’ के नाम से प्रसिद्ध है। नाम सुनते ही आपको मंदिर खास लगने लगा होगा। बता दें, यहां संकटमोचन के हर भक्त की मुराद पूरी होती है। लोगों का कहना है कि हनुमान जी की कृपा से शादी में आने वाली हर बाधा भी दूरी होती है।माना जाता है, जो भी भक्त हनुमान जी को लाल गुलाब चढ़ाता है, हनुमान जी उसकी हर इच्छा पूरी करते हैं। ये ही नहीं ऐसी भी मान्यता है, मंदिर में अर्जी लगाने के 90 दिन के अंदर ही जोड़ों की शादी हो जाती है और यहां हजारों विवाह हो भी चुके हैं। हनुमान जी का ये ऐसा धाम है, जहां भक्त जोड़ियां बनाने आते हैं।
हनुमान मंदिर, आगासौद (जबलपुर) कैसे पहुंचें

रेल मार्ग: किसी भी प्रमुख शहर से जबलपुर जंक्शन तक ट्रेन लें।जबलपुर से आगासौद लगभग 15 किमी है, वहाँ टैक्सी/ऑटो से पहुंचें।हवाई मार्ग:जबलपुर डुमना एयरपोर्ट तक फ्लाइट लें।एयरपोर्ट से आगासौद 25 किमी है, टैक्सी से जाएं।सड़क मार्ग:निजी वाहन या बस से जबलपुर आएं।जबलपुर से पाटन रोड होते हुए आगासौद पहुंचें।
इस मंदिर में लाए जाते हैं सिरफिरे आशिक
हनुमान जी का ये ऐसा धाम है जहां प्रेमियों के सिर से इश्क का भी भूत उतर जाता है, महाबली हनुमान का ये स्थान उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में मौजूद है। मंदिर में सिरफिरे आशिकों को लाया जाता है। मतलब जो भी प्रेमी इश्क में गिरफ्तार होते हैं, जो लोग मानते हैं कि कोई व्यक्ति किसी के वश में आकर प्रेम में पड़ता है, तो उसके लिए मंदिर में खास पूजा की जाती है। मंदिर के पुजारी प्रेमियों के परिजनों को कुछ उपाय भी बताते हैं। कहते हैं, बताए गए उपायों को अपनाने पर आशिकों के ऊपर से प्यार का भूत उतर जाता है, इस वजह से प्रेमी जोड़े यहां आने से डरते हैं। मंदिर में आने वाले भक्तों के उपर जादू-टोना भी काम नहीं आता।
सहारनपुर हनुमान मंदिर कैसे पहुंचे
ट्रेन द्वारा: सहारनपुर रेलवे स्टेशन से उतरने के बाद, आप ऑटो या टैक्सी के माध्यम से बेहट रोड स्थित मंदिर तक पहुंच सकते हैं।बस द्वारा: सहारनपुर बस स्टैंड से स्थानीय परिवहन (ऑटो या रिक्शा) लेकर बेहट रोड पर स्थित मंदिर तक आसानी से पहुंचा जा सकता है।निजी वाहन द्वारा: यदि आप अपने वाहन से यात्रा कर रहे हैं, तो सहारनपुर शहर में प्रवेश करने के बाद बेहट रोड की दिशा में बढ़ें। मंदिर मुख्य सड़क के पास ही स्थित है, जिससे इसे ढूंढना आसान है।
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