मॉस्को: रूस ने धमाकेदार फैसला लेते हुए Su-57 स्टील्थ फाइटर का प्रोडक्शन बिजली की रफ्तार से शुरू कर दिया है। जिसका मकसद पश्चिमी देशों के मुकाबले रूस की वायुसेना की स्टील्थ क्षमता को बढ़ाना है। रूस की तरफ से इसी महीने इस फाइटर जेट के प्रोडक्शन को बढ़ाने की घोषणा की गई है। इस फैसले से रूसी वायुसेना एक बार फिर से पश्चिमी देशों को मुकाबले एयर डॉमिनेंस स्ट्रैटेजी को मजबूत बना सकती है। यूनाइटेड एयरक्राफ्ट कॉरपोरेशन (UAC) ने पुष्टि की है कि अब उत्पादन लाइन फुल कैपेसिटी पर काम करेगी। रूस की योजना 2027 तक हर साल 76 Su-57 लड़ाकू विमान तैयार करने की है।
दरअसल, यूक्रन में पश्चिमी देश लगातार अपने हथियार झोंक रहे हैं। वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमीर जेलेंस्की अब स्वीडिश ग्रिपेन-ई लड़ाकू विमान खरीदने जा रहे हैं। उसकी डिलीवरी भी अगले 2 सालों में शुरू हो जाएगी। ये एक एडवांस फाइटर जेट है, जो रूस में डीप स्ट्राइक करने की क्षमता रखता है। इसके अलावा पश्चिमी देशों की तरफ से यूक्रेन को लगातार हथियारों की मदद मिल रही है, जिसने रूस को एडवांस फाइटर जेट की जरूरत को सामने ला दिया है। Su-57 लड़ाकू विमान से रूस, अमेरिकी एफ-35 स्टील्थ फाइटर जेट को चुनौती दे सकता है।
Su-57 लड़ाकू विमान का तेजी से होगा निर्माण
इसके अलावा भी रूस, एक साथ पांचवीं पीढ़ी के पूरक डिजाइन के रूप में हल्के और कम लागत वाले Su-75 चेकमेट के प्रोडक्शन को भी आगे बढ़ा रहा है, जिससे उसके लड़ाकू विमानों का पोर्टफोलियो व्यापक हो रहा है, साथ ही दोहरे निर्यात बाजार के अवसर पैदा हो रहे हैं, जिसका उद्देश्य पश्चिमी विमानों की बिक्री को कमजोर करना और मास्को की रक्षा कूटनीति का विस्तार करना है। आपको बता दें कि Su-57 को रूस ने अमेरिकी एफ-35 और एफ-22 को काउंटर करने के लिए बनाना शुरू किया था। ये एक पांचवीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान है, जिसमें स्टील्थ क्षमता होने के साथ साथ एडवांस सेंसर लगा है।
शुरूआती दिक्कतों के बावजूद यह विमान 2020 में ऑपरेशनल सर्विस में शामिल हुआ था। यूक्रेन में इसके सीमित युद्ध परीक्षणों ने साबित किया कि रूस अब अपने शीर्ष श्रेणी के विमानों को सावधानीपूर्वक, रिस्क-मैनेज्ड स्ट्रैटेजी के तहत इस्तेमाल कर रहा है। युद्ध से मिले डेटा ने रूस को Su-57 में रियल-टाइम सुधार करने में मदद दी है, खासकर इसके एवियोनिक्स, स्टील्थ सिग्नेचर और सर्वाइवल क्षमता को लेकर। रूस ने इस विमान में कई अपग्रेडेशन किए हैं, जिससे ये काफी घातक बन गया है।
आपको बता दें कि Su-57 दो इंजन वाला सुपर-मेन्यूवेरेबल मल्टीरोल फाइटर जेट है, जो एयर-टू-एयर और ग्राउंड-अटैक दोनों मिशनों को अंजाम दे सकता है। इसका AL-41F1 इंजन सुपरक्रूज स्पीड पर Mach 1.3 स्पीड तक जाने की क्षमता देता है। अब इसमें अपग्रेडेड Izdeliye 30 इंजन लगाया जा रहा है, जो 176 kN थ्रस्ट जेनरेट करता है, जिसके बाद यह जेट 3,500 किलोमीटर की रेंज में मिशन पूरा कर सकता है और R-37M जैसी लॉन्ग-रेंज मिसाइलों से ये दुश्मनों के बेड़े में भयानक तबाही मचा सकता है।
दरअसल, यूक्रन में पश्चिमी देश लगातार अपने हथियार झोंक रहे हैं। वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमीर जेलेंस्की अब स्वीडिश ग्रिपेन-ई लड़ाकू विमान खरीदने जा रहे हैं। उसकी डिलीवरी भी अगले 2 सालों में शुरू हो जाएगी। ये एक एडवांस फाइटर जेट है, जो रूस में डीप स्ट्राइक करने की क्षमता रखता है। इसके अलावा पश्चिमी देशों की तरफ से यूक्रेन को लगातार हथियारों की मदद मिल रही है, जिसने रूस को एडवांस फाइटर जेट की जरूरत को सामने ला दिया है। Su-57 लड़ाकू विमान से रूस, अमेरिकी एफ-35 स्टील्थ फाइटर जेट को चुनौती दे सकता है।
Su-57 लड़ाकू विमान का तेजी से होगा निर्माण
इसके अलावा भी रूस, एक साथ पांचवीं पीढ़ी के पूरक डिजाइन के रूप में हल्के और कम लागत वाले Su-75 चेकमेट के प्रोडक्शन को भी आगे बढ़ा रहा है, जिससे उसके लड़ाकू विमानों का पोर्टफोलियो व्यापक हो रहा है, साथ ही दोहरे निर्यात बाजार के अवसर पैदा हो रहे हैं, जिसका उद्देश्य पश्चिमी विमानों की बिक्री को कमजोर करना और मास्को की रक्षा कूटनीति का विस्तार करना है। आपको बता दें कि Su-57 को रूस ने अमेरिकी एफ-35 और एफ-22 को काउंटर करने के लिए बनाना शुरू किया था। ये एक पांचवीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान है, जिसमें स्टील्थ क्षमता होने के साथ साथ एडवांस सेंसर लगा है।
शुरूआती दिक्कतों के बावजूद यह विमान 2020 में ऑपरेशनल सर्विस में शामिल हुआ था। यूक्रेन में इसके सीमित युद्ध परीक्षणों ने साबित किया कि रूस अब अपने शीर्ष श्रेणी के विमानों को सावधानीपूर्वक, रिस्क-मैनेज्ड स्ट्रैटेजी के तहत इस्तेमाल कर रहा है। युद्ध से मिले डेटा ने रूस को Su-57 में रियल-टाइम सुधार करने में मदद दी है, खासकर इसके एवियोनिक्स, स्टील्थ सिग्नेचर और सर्वाइवल क्षमता को लेकर। रूस ने इस विमान में कई अपग्रेडेशन किए हैं, जिससे ये काफी घातक बन गया है।
आपको बता दें कि Su-57 दो इंजन वाला सुपर-मेन्यूवेरेबल मल्टीरोल फाइटर जेट है, जो एयर-टू-एयर और ग्राउंड-अटैक दोनों मिशनों को अंजाम दे सकता है। इसका AL-41F1 इंजन सुपरक्रूज स्पीड पर Mach 1.3 स्पीड तक जाने की क्षमता देता है। अब इसमें अपग्रेडेड Izdeliye 30 इंजन लगाया जा रहा है, जो 176 kN थ्रस्ट जेनरेट करता है, जिसके बाद यह जेट 3,500 किलोमीटर की रेंज में मिशन पूरा कर सकता है और R-37M जैसी लॉन्ग-रेंज मिसाइलों से ये दुश्मनों के बेड़े में भयानक तबाही मचा सकता है।
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