इस्लामाबाद: ऑपरेशन सिंदूर में जब भारत ने पाकिस्तानी आतंकवादियों के 9 कैंप्स उड़ाए तो पाकिस्तान चिल्ला रहा था कि देश आतंकवादियों का समर्थन नहीं करता है। लेकिन पाकिस्तान में कोई भी ऐसा दिन नहीं जाता जब कुख्यात से कुख्यात आतंकी सार्वजनिक समारोह में नजर ना आते हों। लश्कर-ए-तैयबा का कुख्यात आतंकवादी आमिर हमजा अब सैकड़ों की भीड़ के सामने भारत के खिलाफ जहर उगलते देखा गया है। आमिर हमजा लश्कर-ए-तैयबा से ताल्लुक रखता है, जिसे अमेरिका ने भी आतंकवादी घोषित कर रखा है और वो लश्कर-ए-तैयबा में कई अहम भूमिकाएं संभालता है। इस आतंकी ने कल पाकिस्तान के कसूर में भारत विरोधी भाषण देते हुए जमकर जहर उगला। आतंकवादी आमीर ने कहा कि "कश्मीर पाकिस्तान बन जाएगा, जम्मू पाकिस्तान बन जाएगा, भारतीय पंजाब खालिस्तान बन जाएगा...।" आमीर हमजा के भाषण से साफ पता चलता है कि पाकिस्तान की कथनी और करनी में कितना फर्क है और वो कैसे आतंकवादियों का पनाहगार बना हुआ है।
आपको बता दें कि आमीर हामजा, लश्कर-ए-तैयबा का एक प्रमुख कमांडर और कुख्यात आतंकवादी माना जाता है। लश्कर-ए-तैयबा पाकिस्तान आधारित एक आतंकी संगठन है, जो भारत में कई आतंकवादी हमलों के लिए जिम्मेदार रहा है। यह संगठन कट्टरपंथी इस्लामी विचारधारा पर चलता है और भारत को घाव देना ये अपना मुख्य लक्ष्य मानता है। आमीर हामजा का नाम अक्सर कई आतंकवादी गतिविधियों, हमलों और पाकिस्तान-भारत सीमा पार से की गई घुसपैठ के लिए सामने आता है।
भारत का धमकाता नजर आया आमीर हामजा
आमीर हामजा का नाम लश्कर-ए-तैयबा के लिए योजनाएं बनाने में आता है। उसे कमांडिंग और ऑपरेशनल कमांड संभालने वाले सदस्यों में गिना जाता है। खासकर वो कश्मीर में सक्रिय है और भारत के खिलाफ हथियारबंद लड़ाई में लश्कर का नेतृत्व करता है। हालांकि, लश्कर-ए-तैयबा के कई कमांडरों के बारे में आधिकारिक जानकारी सीमित और रहस्यमय होती है क्योंकि यह आतंकवादी संगठन छुपकर काम करता है। लेकिन सुरक्षा एजेंसियों की रिपोर्ट और मीडिया सूत्रों के मुताबिक आमीर हामजा को खतरनाक आतंकवादी कमांडर माना जाता है। आमीर हमजा 1959 में जन्मा था और बाद में जाकर मौलाना बन गया। फिर वो एक आतंकवादी बन गया।
रिपोर्ट्स में कहा जाता है कि वो जहरीले भाषण देने में माहिर है और लोगों को भारत और हिंदुओं के खिलाफ भड़काने का काम करता है। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गुजरांवाला से ताल्लुक रखने वाला हमजा एक सक्रिय आतंकवादी है, जो 2000 के दशक की शुरुआत में भारत में सक्रिय था। वह और सैफुल्लाह, जो इस महीने की शुरुआत में मारा गया था, वो 2005 में बेंगलुरु में भारतीय विज्ञान संस्थान पर हमले के पीछे समूह का हिस्सा थे। संयुक्त राज्य अमेरिका के ट्रेजरी विभाग ने लश्कर-ए-तैयबा को आतंकवादी संगठन घोषित किया है और आमिर हमजा को प्रतिबंधित आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध किया है।
आपको बता दें कि आमीर हामजा, लश्कर-ए-तैयबा का एक प्रमुख कमांडर और कुख्यात आतंकवादी माना जाता है। लश्कर-ए-तैयबा पाकिस्तान आधारित एक आतंकी संगठन है, जो भारत में कई आतंकवादी हमलों के लिए जिम्मेदार रहा है। यह संगठन कट्टरपंथी इस्लामी विचारधारा पर चलता है और भारत को घाव देना ये अपना मुख्य लक्ष्य मानता है। आमीर हामजा का नाम अक्सर कई आतंकवादी गतिविधियों, हमलों और पाकिस्तान-भारत सीमा पार से की गई घुसपैठ के लिए सामने आता है।
भारत का धमकाता नजर आया आमीर हामजा
आमीर हामजा का नाम लश्कर-ए-तैयबा के लिए योजनाएं बनाने में आता है। उसे कमांडिंग और ऑपरेशनल कमांड संभालने वाले सदस्यों में गिना जाता है। खासकर वो कश्मीर में सक्रिय है और भारत के खिलाफ हथियारबंद लड़ाई में लश्कर का नेतृत्व करता है। हालांकि, लश्कर-ए-तैयबा के कई कमांडरों के बारे में आधिकारिक जानकारी सीमित और रहस्यमय होती है क्योंकि यह आतंकवादी संगठन छुपकर काम करता है। लेकिन सुरक्षा एजेंसियों की रिपोर्ट और मीडिया सूत्रों के मुताबिक आमीर हामजा को खतरनाक आतंकवादी कमांडर माना जाता है। आमीर हमजा 1959 में जन्मा था और बाद में जाकर मौलाना बन गया। फिर वो एक आतंकवादी बन गया।
रिपोर्ट्स में कहा जाता है कि वो जहरीले भाषण देने में माहिर है और लोगों को भारत और हिंदुओं के खिलाफ भड़काने का काम करता है। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गुजरांवाला से ताल्लुक रखने वाला हमजा एक सक्रिय आतंकवादी है, जो 2000 के दशक की शुरुआत में भारत में सक्रिय था। वह और सैफुल्लाह, जो इस महीने की शुरुआत में मारा गया था, वो 2005 में बेंगलुरु में भारतीय विज्ञान संस्थान पर हमले के पीछे समूह का हिस्सा थे। संयुक्त राज्य अमेरिका के ट्रेजरी विभाग ने लश्कर-ए-तैयबा को आतंकवादी संगठन घोषित किया है और आमिर हमजा को प्रतिबंधित आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध किया है।
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