अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर बन रहा भव्य राम मंदिर अब अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनवरी 2024 में रामलला के इस भव्य मंदिर का उद्घाटन किया था, जिसके बाद से लाखों श्रद्धालु प्रभु श्रीराम के दर्शन के लिए अयोध्या आ चुके हैं। हालांकि, उद्घाटन के बाद भी मंदिर परिसर में कई निर्माण कार्य बाकी थे, जो अब लगभग पूरे हो चुके हैं.
रामलला के मंदिर में नक्काशी का कार्य पूरा
रामलला के मंदिर में राजस्थान के बंशी पहाड़पुर से लाए गए सुंदर नक्काशीदार पत्थरों का कार्य भी पूरा हो चुका है। इसके साथ ही, मंदिर के शिखर पर स्वर्णिम कलश भी स्थापित कर दिया गया है। अब अगली कड़ी में गर्भगृह में राम दरबार की प्रतिष्ठा और सप्त मंदिरों की स्थापना की तैयारियां जोरों पर हैं। राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा ने बताया कि मंदिर के शिखर पर कलश की स्थापना के साथ ही पूरे परिसर में पत्थर लगाने का कार्य समाप्त हो गया है। कुछ ही दिनों में भगवान के शिखर पर ध्वज दंड भी स्थापित किया जाएगा.
गर्भगृह में राम दरबार की प्रतिष्ठा
डॉ. मिश्रा ने जानकारी दी कि राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं और जून के पहले सप्ताह में श्रद्धालुओं को पहले तल पर विराजमान राम दरबार के दर्शन की उम्मीद है। मुख्य मंदिर के अलावा, परकोटे में बनाए जा रहे 6 मंदिरों और सप्त मंदिरों की स्थापना भी इसी समय के आसपास की जाएगी.
भगवान राम के जीवन के 88 प्रसंगों का चित्रण
मंदिर के निचले हिस्से को आकर्षक रूप देने का कार्य भी चल रहा है। यहां भगवान राम के जीवन से जुड़े 88 प्रमुख प्रसंगों को म्यूरल के रूप में चित्रित किया जा रहा है। ये सभी चित्र सुप्रसिद्ध चित्रकार वासुदेव कामत द्वारा तैयार किए गए हैं। डॉ. मिश्रा ने बताया कि मंदिर परिसर में सप्त ऋषियों के मंदिरों की प्रतिमाएं भी पहुंच चुकी हैं। इसके साथ ही, यात्री सुविधा केंद्र पर गोस्वामी तुलसीदास की प्रतिमा भी स्थापित कर दी गई है, जिनके दर्शन श्रद्धालु अब कर सकेंगे.
राम मंदिर का गौरवशाली सफर
राम मंदिर का निर्माण केवल भारत के धार्मिक और सांस्कृतिक इतिहास का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह आधुनिक भारत की आस्था, एकता और परंपरा का जीवंत उदाहरण भी बन चुका है। अब जब मंदिर का ढांचा पूरी तरह से आकार ले चुका है, आने वाले समय में राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा और कलात्मक सज्जा इसे और भव्य रूप प्रदान करेगी.
You may also like
पढ़ाई और नौकरी की पाबंदी के बाद कालीनों में सपने बुनती अफ़ग़ान लड़कियां
राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय का सातवां दीक्षांत समारोह: 6,458 छात्र-छात्राओं को मिलेंगी डिग्रियां
हिंदुस्तान ऑयल एक्सप्लोरेशन कंपनी के शेयरों में 5% का उछाल, कंपनी को नया कॉन्ट्रैक्ट मिलने के बाद आई तेजी
मुस्लिम महिलाओं का हलाला: क्यों न चाहते हुए सोना पड़ता है गैर मर्द के साथ? जाने समाज का गंदा सच ☉
मोदी-फडणवीस सरकार ने जनता के साथ विश्वासघात किया : कांग्रेस