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वैदिक ज्योतिष के अनुसार, बृहस्पति, शुक्र और शनि को प्रेम, आकर्षण, धन, वैभव, भौतिक सुख-सुविधाओं, सौंदर्य और विवाह का मुख्य कारक माना जाता है। इसलिए शुक्र की स्थिति में कोई भी परिवर्तन बारह राशियों के जीवन को किसी न किसी रूप में प्रभावित करता है।
अक्टूबर माह में शुक्र अपनी नीच राशि कन्या में प्रवेश करेगा। वर्तमान में सूर्य पहले से ही इसी राशि में है। इसलिए इन दोनों ग्रहों की युति शुक्रादित्य योग का निर्माण करेगी। इस राजयोग के बनने से कुछ राशियों के जातकों के लिए ये दिन विशेष फलदायी हो सकते हैं। व्यापार, नौकरी और निजी जीवन में कुछ ठोस सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
वैदिक गणना के अनुसार, शुक्र 9 अक्टूबर को सुबह 10:55 बजे कन्या राशि में प्रवेश करेगा। सूर्य और शुक्र की यह युति 17 अक्टूबर तक रहेगी। उसके बाद सूर्य तुला राशि में प्रवेश करेगा और यह योग समाप्त हो जाएगा।
वृषभ
इस राशि के पंचम भाव में शुक्रादित्य योग का निर्माण होगा। इसलिए वृषभ राशि के जातकों को प्रेम, विवाह और संतान संबंधी मामलों में अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे। दाम्पत्य जीवन में पुराने तनाव समाप्त होने और रिश्तों में मधुरता आने की संभावना है। छात्रों को उनकी मेहनत का फल मिल सकता है।
सिंह
सिंह राशि में यह योग दूसरे भाव में बनेगा। इस राशि के लोगों की कला और संगीत में रुचि बढ़ेगी। पारिवारिक रिश्ते मज़बूत होंगे। घर का माहौल खुशनुमा रहेगा। लंबे समय से चली आ रही रुकावटें दूर होंगी और काम में तेज़ी आएगी।
मकर
सूर्य-शुक्र की युति मकर राशि के नवम भाव में होगी। इसलिए यह अवधि इस राशि के लिए बहुत ही भाग्यशाली रहेगी। भाग्य आपका साथ देगा। घर में कोई शुभ कार्य होने की संभावना है। करियर या व्यवसाय के क्षेत्र में मेहनत के अनुरूप उचित परिणाम प्राप्त होंगे। प्रेम जीवन भी सुखमय रहेगा।
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