गंगापुर सिटी के नसिया कॉलोनी में रहने वाली बीएससी की छात्रा रेणु महावर ने समाज और रिश्तों की तमाम बंदिशों को दरकिनार करते हुए अपने प्यार के लिए साहसिक कदम उठाया। अपने परिवार की मर्जी के खिलाफ जाकर रेणु ने सैनी कॉलोनी निवासी अरविंद से आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली। अरविंद एक कपड़े की दुकान में काम करता है।
दोनों की मुलाकात कोचिंग जाते समय हुई थी, जब रेणु हर रोज अरविंद की दुकान के पास से गुजरती थी। ये छोटी-छोटी नज़रें धीरे-धीरे प्यार में बदल गईं। इसके बाद रेनू की मुलाकात अरविंद से फेसबुक पर हुई, दोनों में दोस्ती हुई और फिर दो साल तक उनका प्यार परवान चढ़ता रहा।
हालाँकि, दोनों अलग-अलग नस्ल के हैं। रेणु दलित समुदाय से हैं और अरविंद ओबीसी वर्ग से हैं। इसके बावजूद दोनों ने एक दूसरे से शादी करने का फैसला किया। अरविंद ने तो अपने परिवार को इस बारे में पहले ही बता दिया था, लेकिन रेणु अपने परिवार को कुछ नहीं बता सकी। 25 जनवरी को रेणु की सगाई बामनवास उपखंड के भंवरा गांव में एक सरकारी शिक्षक से तय हुई, लेकिन रेणु ने रिश्ता ठुकरा कर अरविंद से शादी करने का फैसला किया। कुछ दिन पहले वह चुपचाप घर से निकल गई और अरविंद के साथ दिल्ली पहुंच गई, जहां दोनों ने आर्य समाज मंदिर में सात फेरे लिए।
बाद में एक वकील की मदद से दोनों ने कानूनी तौर पर अपनी शादी का पंजीकरण करा लिया। परिजनों ने जब रेनू से फोन पर बात की तो उन्होंने उस पर जेवर लेकर भागने का आरोप लगाया, लेकिन रेनू ने साफ कहा कि वह बालिग है और अपनी मर्जी से शादी कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि वह घर से कोई सामान नहीं ले गईं। गौरतलब है कि रेणु की शादी 17 मई को तय थी, लेकिन उससे पहले ही उन्होंने अपने प्यार को चुनकर अपनी जिंदगी का अहम फैसला ले लिया। फिलहाल यह प्रेम प्रसंग गंगापुर शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है। पुलिस स्टेशन में अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं हुई है।
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