हुगली, 14 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . आरामबाग में पुल मरम्मत कार्य के कारण लंबे समय से बस सेवाएं प्रभावित हैं. इसके चलते आय में लगातार गिरावट आ रही है, और अब बस एवं मिनीबस संचालक संघ ने विरोध का बिगुल फूंक दिया है. बुधवार यानी 15 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करने का निर्णय लिया गया है.
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, बढ़ते ईंधन के दाम, घटती सवारी और आर्थिक तंगी के कारण बस सेवा पहले ही संकट में थी. इस पर रामकृष्ण सेतु की मरम्मत कार्य ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है. मरम्मत के नाम पर पुल पर बसों का आवागमन पूरी तरह बंद कर दिया गया है और वहां ‘हाइट बार’ लगा दिया गया है, जिससे भारी वाहन प्रवेश नहीं कर पा रहे हैं. परिणामस्वरूप यात्रियों ने बसों का सहारा छोड़ दिया है और परिवहन व्यवसाय पर भारी असर पड़ा है.
प्रशासन का कहना है कि पुल की मौजूदा स्थिति में 10 टन से अधिक वजन वाले वाहनों का चलना असंभव है. हालांकि, बस संचालक संघों का दावा है कि अधिकांश बसें नौ टन से अधिक वजन की नहीं हैं, फिर भी उन्हें अनुमति नहीं दी जा रही है. संघों ने कई बार प्रशासन और परिवहन विभाग को पत्र लिखे, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. इसी उपेक्षा के विरोध में बस एसोसिएशनों ने हड़ताल का निर्णय लिया है.
आरामबाग महकमा बस मिनीबस वेलफेयर एसोसिएशन की सचिव मधुमिता भट्टाचार्य ने कहा कि पूजा के समय भी यात्रियों की कमी रही. बस मालिक आर्थिक रूप से टूट चुके हैं. अब हमारे पास सेवा बंद करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है.
उल्लेखनीय है कि अगर आरामबाग बस सेवा बंद रहती है, तो इसका असर एक साथ सात से आठ जिलों पर पड़ेगा. इस क्षेत्र से हुगली, आसपास के जिलों और यहां तक कि कोलकाता के लिए भी बसें चलती हैं. ऐसे में यात्रियों की परेशानी बढ़ना तय है.
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(Udaipur Kiran) / धनंजय पाण्डेय
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