– लोकमाता देवी अहिल्या बाई होल्कर के सम्मान में 20 मई को इंदौर के राजवाड़ा में होगी मंत्रि-परिषद की बैठक
भोपाल, 18 मई . मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्य प्रदेश सरकार पुण्य श्लोका लोकमाता देवी अहिल्या बाई माता होल्कर का 300वां जयंती वर्ष पूरे हर्षोल्लास से मना रही है. उन्होंने कहा कि सुशासन, स्वावलंबन, आत्म-निर्भरता और महिला कल्याण की मिसाल लोकमाता देवी अहिल्या बाई होल्कर के पुण्य सम्मान में मध्य प्रदेश सरकार की मंत्रि-परिषद की बैठक 20 मई को इंदौर शहर के राजवाड़ा में होगी. यह पहली बार होगा, जब मध्य प्रदेश सरकार की कैबिनेट बैठक राजवाड़ा जैसे ऐतिहासिक स्थल पर होगी. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने रविवार को मीडिया के लिए जारी संदेश में यह जानकारी दी.
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राजवाड़ा में मंत्रि-परिषद की बैठक देवी अहिल्या बाई होल्कर के गौरवपूर्ण जीवन और उनके योगदान को श्रद्धांजलि अर्पित करने का एक पुण्य अवसर होगा. उन्होंने कहा कि राजवाड़ा भवन का निर्माण कार्य श्रीमंत मल्हार राव जी होलकर महाराज द्वारा प्रारंभ किया गया था, जिसे लोकमाता अहिल्या बाई माता ने पूर्ण कराया था, उसी स्थल पर अब मंत्रि-परिषद की बैठक आयोजित कर उन्हें नमन किया जाएगा. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राजवाड़ा में होने वाली मंत्रि-परिषद की बैठक में राज्य की जनता के हित में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे.
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि तिथि अनुसार लोकमाता देवी अहिल्या बाई होल्कर का जयंती वर्ष, विवाह वर्षगांठ (20 मई) और महाराजा श्रीमंत मल्हार राव जी होल्कर की पुण्य-तिथि, ये तीनों सुयोग एक ही समय पर आ रहे हैं, जो इस आयोजन को और भी अधिक विशेष बनाते हैं.
20 से 31 मई तक होंगे विविध आयोजन
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि 20 मई से 31 मई तक पूरे राज्य में अलग-अलग सामाजिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि 19 मई को इंदौर में एक मंचीय कार्यक्रम होगा, जिसमें लोकमाता देवी अहिल्या बाई होलकर के जीवन के विविध पहलुओं को एक लघु नाटिका के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा. यह अद्भुत प्रस्तुति नागपुर, महाराष्ट्र से आये सुघड़ कलाकारों द्वारा की जाएगी. उन्होंने कहा कि लोकमाता देवी अहिल्या बाई होल्कर की जन्म जयंती को और अधिक स्मरणीय बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा 31 मई को भोपाल में भी एक बड़ा आयोजन किया जाएगा.
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने यह भी कहा कि लोकमाता देवी अहिल्या बाई होल्कर, न केवल सुशासन, स्वावलम्बन और महिला सशक्तिकरण की प्रतीक थीं, बल्कि उन्होंने विधवा पुनर्विवाह और कई जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से तत्कालीन समाज को एक नई दिशा दी. उन्होंने कहा कि लोकमाता देवी अहिल्या बाई होल्कर की जयंती वर्ष पर हमें चाहिए कि हम सब उनके आदर्शों को अपने जीवन में उतारें और अपने महापुरुषों का स्मरण करते हुए समाज को एक नई प्रेरणा दें और अपने देश व प्रदेश के विकास के लिए सक्रिय होकर सहभागी बनें.
/ उम्मेद सिंह रावत
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