रामगढ़, 22 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . सदर थाने से जब्त एक बाइक बुधवार काे अचानक गायब हो गई. इस बाइक को पुलिस ने जब्त किया था, उसे रिलीज करने का आदेश कोर्ट ने दे दिया है. अब रिलीज ऑर्डर लेकर मृत युवक के परिजन पिछले दो महीने से थाने का चक्कर लगा रहे हैं. लेकिन कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिल पा रहा है. बाइक के मालिक ने बताया कि उसके पास एक तस्वीर है, जिसमें उसकी बाइक रामगढ़ थाना प्रभारी के चेंबर के सामने ही खड़ी दिखाई दे रही है.
घटना के अनुसार लातेहार जिले के चंदवा निवासी विशाल नायक का परिवार वर्तमान में भुरकुंडा ग्लास फैक्ट्री के पास महुआ टोला में रहता है. पिछले 22 मई को विशाल अपने एक दोस्त के साथ शादी समारोह में शामिल होने बाइक (जेएच 24 सी 4105) से चितरपुर गया था. वापसी में 23 मई को छतरमांडू के समीप हुई Road Accident में विशाल नायक की मौत हो गई थी.
इसे लेकर रामगढ़ थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. मामले में जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर संतोष गुप्ता को बनाया गया था. दुर्घटना के बाद मृतक के परिजन दुर्घटनाग्रस्त बाइक को अपने साथ ले गए थे और बाइक की मरम्मत भी करवा कर इसका इस्तेमाल कर रहे थे. इसी बीच सब इंस्पेक्टर संतोष गुप्ता ने मृतक के परिजनों से बाइक को रामगढ़ थाना पुलिस को सुपुर्द करने और कोर्ट से रिलीज करवाने की बात कही.
इसके बाद मृतक के घर वाले बाइक को रामगढ़ थाने में लाकर सब इंस्पेक्टर संतोष गुप्ता को सौंप दिया था.
इसके बाद कोर्ट थाना को जब्त बाइक (जेएच 24 सी 4105) को 21 अगस्त को रिलीज कर दिया. लेकिन जब मृतक विशाल नायक के परिजन कोट का रिलीज ऑर्डर लेकर रामगढ़ थाना पहुंचे तो पुलिस ने उनको घुमाना शुरू कर दिया. लेकिन दो माह बाद भी पीड़ित परिवार को उनकी बाइक को पुलिस ने वापस नहीं किया है.
थाने से गायब हुई बाइक
पुलिस लगभग दो माह से यह पता नहीं लगा पा रही है कि आखिर थाना परिसर से बाइक कहां चली गई. थाना प्रभारी के कार्यालय के सामने थाना के मुख्य गेेट पर खड़ी बाइक को आखिर गायब किसने किया. सबसे बड़ी बात यह है कि थाना परिसर में सीसीटीवी कैमरा भी लगा हुआ है. लेकिन बाइक गायब होने का कारण पुलिस स्पष्ट नहीं कर पा रही है.
मामले को लेकर थाना प्रभारी नवीन प्रकाश पांडेय ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में आया है. पूरे मामले की जांच की जा रही है. इस मामले में जो भी दोषी होंगे उस पर कार्रवाई निश्चित होगी. कोर्ट ने बाइक को रिलीज करने का ऑर्डर पारित कर दिया है तो पीड़ित परिवार को हर हाल में बाइक उपलब्ध करवाई जाएगी.
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(Udaipur Kiran) / अमितेश प्रकाश
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