मॉस्को, 9 अगस्त (Udaipur Kiran) । अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस के लिए यूक्रेन में युद्धविराम समझौते पर सहमत होने के लिए 8 अगस्त की समय सीमा निर्धारित की थी, जो शुक्रवार को बिना किसी औपचारिक घोषणा के खत्म हो गई लेकिन ठीक इसी दिन ट्रंप ने पुतिन के साथ अपनी बैठक की घोषणा की।ट्रंप ने कहा है कि उनकी रूस के राष्ट्रपति पुतिन के साथ 15 अगस्त को अलास्का में बैठक होगी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर इसकी जानकारी दी।
राष्ट्रपति ट्रंप ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा कि वे जल्द ही रूस के राष्ट्रपति पुतिन से मिलेंगे जिसमें यूक्रेन-रूस दोनों के हितों में कुछ क्षेत्रों की अदला-बदली को लेकर बातचीत होगी।
रूस ने भी यूक्रेन मुद्दे पर अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ होने वाली इस बैठक की पुष्टि की है। रूसी राष्ट्रपति के सहायक यूरी उशाकोव ने कहा कि दोनों देशों के नेताओं के बीच महत्वपूर्ण शिखर सम्मेलन अलास्का में आयोजित होगा।
दी मॉस्को टाइम्स के मुताबिक राष्ट्रपति पुतिन ने डोनाल्ड ट्रंप के साथ शिखर सम्मेलन से पहले शुक्रवार को चीन और भारत के नेताओं के साथ विचार-विमर्श किया। पुतिन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ इस मुद्दे पर बातचीत की। यह बातचीत ऐसे समय में हुई है, जब अमेरिका ने भारत पर 50 फीसदी तक अतिरिक्त शुल्क की घोषणा की। बातचीत में भारत-रूस द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा के साथ प्रधानमंत्री ने शांति के प्रति भारत की नीति को दोहराया।
पुतिन के साथ हुई इस बातचीत के बारे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक्स पर लिखा कि अपने मित्र पुतिन के साथ यूक्रेन के ताजा घटनाक्रम पर बहुत अच्छी और विस्तार से बातचीत की। इस दौरान द्विपक्षीय संबंधों की प्रगति की समीक्षा की और अपनी विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी की पुष्टि की। उन्होंने उन खबरों की पुष्टि भी की जिसमें कहा गया था कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन अगले साल भारत का दौरा करेंगे।
पुतिन ने इस मुद्दे पर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को हाल ही में रूस का दौरा करने वाले अमेरिका के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ के साथ हुई बातचीत से अवगत कराया। क्रेमलिन के मुताबिक जिनपिंग ने रूस-यूक्रेन संघर्ष के दीर्घकालिक समाधान के लिए समर्थन व्यक्त किया।
हालांकि ट्रंप और पुतिन की बातचीत के नतीजे पर यूक्रेन सहित दुनिया भर की निगाहें लगी हैं। क्षेत्रों की अदला-बदली के लिए रूस के राष्ट्रपति पुतिन कहां तक राजी होते हैं, इस बैठक का परिणाम बहुत कुछ इस पर निर्भर करता है। उल्लेखनीय है कि 24 फरवरी 2022 को रूस ने यूक्रेन पर हमला किया जिसमें दोनों तरफ से हजारों की संख्या में सैन्य कर्मियों की मौत हुई है और यूक्रेन को भारी तबाही का सामना करना पड़ा है। इस युद्ध को खत्म कराने के लिए कई बार कोशिशें हुईं लेकिन वे बेनतीजा रही हैं।
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(Udaipur Kiran) पाश
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