देश के कई हिस्सों में मौसम का मिजाज बदलने वाला है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दक्षिण-पूर्व अरब सागर और दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर एक कम दबाव का क्षेत्र बन चुका है. अगले कुछ घंटों में यह डिप्रेशन में बदल सकता है. विभाग का कहना है कि इस वजह से दक्षिण भारत में 21 से 24 अक्टूबर तक भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है. यहां 7 से 20 सेंटीमीटर तक पानी गिर सकता है, जबकि तमिलनाडु में 21 और 22, केरल में 22 अक्टूबर को अति भारी बारिश की आशंका है. केरल के कई इलाकों में तो 21 सेंटीमीटर से ज्यादा बारिश पड़ सकती है.
बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्रमौसम विभाग ने बताया कि बंगाल की खाड़ी पर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है. अगले 36 घंटों में यह और गहरा हो सकता है. आईएमडी का अनुमान है कि इससे ओडिशा में बारिश का असर पड़ेगा. विभाग ने मंगलवार और बुधवार को ओडिशा के कई जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी कर दिया है. ऊपरी हवा के चक्रवाती प्रभाव से मंगलवार को दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर यह कम दबाव बना है. इसके चलते बुधवार (22 अक्टूबर) को पुरी, खुर्दा, नयागढ़, गंजम, गजपति, बौध, कंधमाल, रायगढ़, कोरापुट और मलकानगिरी जैसे जिलों में एक-दो जगहों पर गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. साथ ही 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की भी संभावना है.
दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में गरज-चमक के साथ बारिश21 से 24 अक्टूबर के बीच तमिलनाडु, पुडुचेरी, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में कई जगहों पर बारिश हो सकती है. कुछ इलाकों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ेंगी, और कहीं-कहीं भारी बारिश का खतरा भी है. 21 से 27 अक्टूबर तक केरल, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा में बारिश जारी रह सकती है. 23 और 24 अक्टूबर को उत्तर आंतरिक कर्नाटक में पानी बरस सकता है. 23 से 25 अक्टूबर के दौरान तेलंगाना में भी बारिश की संभावना है. 21 से 23 अक्टूबर तक तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा में बहुत भारी बारिश हो सकती है. वहीं, 21 और 22 अक्टूबर को दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में बारिश का दौर चलेगा.
पूर्व और मध्य भारत में गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावनामौसम विभाग के मुताबिक, 21 से 27 अक्टूबर तक अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में बारिश हो सकती है. 25 और 26 अक्टूबर को ओडिशा के कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. इस दौरान अंडमान और निकोबार में भी गरज के साथ छींटे पड़ने के आसार हैं, और 30 से 50 किमी प्रति घंटे की तेज हवाएं चल सकती हैं. 21 से 25 अक्टूबर तक ओडिशा में गरज-चमक के साथ बारिश का सिलसिला चल सकता है. इसी अवधि में मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में बिजली गिरने की आशंका है.
पश्चिम और उत्तर भारत में बिजली गिरने की संभावनाअगले 5 दिनों में कोंकण और गोवा, मराठवाड़ा और मध्य महाराष्ट्र में बिजली गिरने का खतरा है. कई जगहों पर गरज के साथ बारिश हो सकती है. 22 अक्टूबर को उत्तराखंड में भी बारिश की संभावना बनी हुई है.
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