उत्तराखंड के चमोली जिले के थराली क्षेत्र में बीती रात बादल फटने की घटना ने भारी तबाही मचाई है। आसमान से बरसी आफत ने कई परिवारों का आशियाना छीन लिया और इलाके में अफरा-तफरी का माहौल है। स्थानीय प्रशासन और राहत टीमें मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य में जुट गई हैं, लेकिन नुकसान का दायरा इतना बड़ा है कि लोग अभी भी दहशत में हैं।
घर-दुकान सब बर्बाद, मलबे में दबी गाड़ियांबादल फटने से आए सैलाब ने थराली क्षेत्र में कई घरों, दुकानों और सरकारी इमारतों को भारी नुकसान पहुंचाया है। चमोली के डीएम संदीप तिवारी ने बताया कि मलबे ने तहसील परिसर और आसपास की कॉलोनियों को अपनी चपेट में ले लिया। एसडीएम आवास सहित कई मकान पूरी तरह तबाह हो गए हैं। तहसील परिसर में खड़ी कई गाड़ियां भी मलबे के नीचे दब गईं, जिससे इलाके में और ज्यादा मुश्किलें बढ़ गईं। सड़कों पर मलबा जमा होने से आवागमन भी ठप हो गया है।
सीएम धामी ने लिया जायजा, राहत कार्य तेजउत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर दुख जताया और तुरंत एक्शन लिया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “चमोली के थराली में बादल फटने की दुखद खबर मिली है। जिला प्रशासन, एसडीआरएफ और पुलिस की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं।” सीएम ने कहा कि वह खुद स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और स्थानीय प्रशासन के साथ लगातार संपर्क में हैं। उन्होंने ईश्वर से सभी की सुरक्षा की प्रार्थना भी की।
राहत और बचाव में जुटी टीमें, नुकसान का आकलन बाकीप्रशासन और एसडीआरएफ की टीमें रात से ही राहत कार्य में जुटी हैं। मलबे में फंसे लोगों को निकालने और प्रभावित इलाकों में मदद पहुंचाने का काम तेजी से चल रहा है। हालांकि, अभी तक नुकसान का पूरा आकलन नहीं हो पाया है। डीएम संदीप तिवारी ने बताया कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
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