फैटी लिवर डाइट: फैटी लिवर की बीमारी में खाने-पीने का खास ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है। जनरल फिजीशियन डॉ. शालिनी सिंह सालुंके बताती हैं कि फैटी लिवर एक धीमे जहर की तरह काम करता है, जिसके लक्षण आसानी से नजर नहीं आते, लेकिन ये शरीर को अंदर ही अंदर नुकसान पहुंचाता रहता है।
ऐसे में अपनी डाइट को सही रखकर आप फैटी लिवर की समस्या से दूर रह सकते हैं। यहां हम बता रहे हैं वो खास फूड्स जो फैटी लिवर को कम करने में मदद करते हैं। डॉ. शालिनी सिंह सालुंके इन चीजों को रोजाना खाने की सलाह देती हैं। आप भी इन्हें अपनी रोजमर्रा की डाइट में शामिल करके फायदा उठा सकते हैं।
फैटी लिवर ठीक करने के लिए क्या खाएं
डॉ. शालिनी सिंह सालुंके कहती हैं कि आपकी रसोई में ही कई ऐसी चीजें मौजूद हैं जो फैटी लिवर को ठीक करने में बड़ी भूमिका निभाती हैं। इन्हें अपनी रोजाना की डाइट में शामिल करके आप इस समस्या पर काबू पा सकते हैं। ब्लैक कॉफी एक बेहतरीन विकल्प है, क्योंकि इसमें क्लोरोजेनिक एसिड्स पाया जाता है जो लिवर में जमा फैट को पिघलाने का काम करता है। ये एंटी-ऑक्सीडेंट लिवर में फैट जमने से रोकता है। इसी तरह ग्रीन टी भी लिवर के लिए काफी फायदेमंद होती है, इसे पीने से नॉन-एल्कॉहोलिक फैटी लिवर डिजीज में राहत मिलती है। मूंग दाल में कम फैट वाला प्रोटीन होता है और इसमें रेजिस्टेंस स्टार्च पाया जाता है जो शुगर के स्तर को अचानक बढ़ने से रोकता है, जो लिवर के लिए बहुत अच्छा है। अखरोट जैसे सूखे मेवे में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स होते हैं जो इंसुलिन की संवेदनशीलता बढ़ाते हैं और लिवर को मजबूत बनाते हैं। आंवला विटामिन सी और एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है जो लिवर को डिटॉक्स करता है और किसी भी तरह के डैमेज को ठीक करने में मदद करता है।
फैटी लिवर होने के क्या लक्षण हैं
फैटी लिवर के शुरुआती लक्षणों में थकान और कमजोरी महसूस होना शामिल है, जहां बिना किसी मेहनत के भी लगातार थकावट लगती रहती है। पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में हल्का दर्द या भारीपन महसूस होना भी एक आम संकेत है, जो लिवर में फैट जमने या सूजन की वजह से होता है। भूख में कमी आना, जैसे जल्दी पेट भर जाना या खाने की इच्छा न होना, ये भी फैटी लिवर का एक बड़ा साइन है। जी मिचलाना या उल्टी जैसा महसूस होना और बिना कोशिश के अचानक वजन घटना भी इस समस्या की ओर इशारा करता है।
फैटी लिवर के गंभीर या एडवांस स्टेज के लक्षण
फैटी लिवर जब गंभीर हो जाता है तो पीलिया जैसे लक्षण नजर आते हैं, जहां आंखें और त्वचा पीली पड़ जाती हैं, ये लिवर के सही काम न करने से बिलीरुबिन बढ़ने की वजह से होता है। पेट में सूजन या पानी भरना, जैसे पेट फूलना और तरल पदार्थ जमा होना, ये भी एडवांस स्टेज का संकेत है। पैरों और टखनों में सूजन, जिसे पेरिफेरल एडिमा कहते हैं, फैटी लिवर की गंभीर स्थिति में हो सकती है। त्वचा पर बिना वजह खुजली होना, ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत आना जो हेपेटिक एन्सेफैलोपैथी के नाम से जाना जाता है और विषाक्त पदार्थों को फिल्टर न कर पाने की वजह से होता है, ये सब गंभीर लक्षण हैं। इसके अलावा त्वचा पर लाल मकड़ी जैसे निशान दिखना, जैसे चेहरे, गर्दन या छाती पर छोटी-छोटी फैली हुई रक्त वाहिकाएं, ये भी फैटी लिवर के बढ़ने पर नजर आते हैं।
अस्वीकरण – ये जानकारी सामान्य ज्ञान के लिए है। ज्यादा डिटेल्स के लिए डॉक्टर से सलाह लें या विशेषज्ञ से बात करें। UPUKLive कोई दावा नहीं करता।
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