Uttarakhand Cabinet Meeting : देहरादून में आज एक बार फिर सचिवालय की हलचल बढ़ गई, जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की महत्वपूर्ण बैठक शुरू हुई। करीब दो महीने बाद हुई इस बैठक को लेकर लोगों की निगाहें टिकी हैं, क्योंकि इसमें उत्तराखंड के विकास और जनकल्याण से जुड़े कई बड़े प्रस्तावों पर मुहर लगने की उम्मीद है। आइए, जानते हैं कि इस बैठक में क्या-क्या खास होने वाला है और कैसे ये फैसले प्रदेश की तस्वीर बदल सकते हैं।
जनता के लिए नई राहें खोलने वाले प्रस्ताव
मंत्रिमंडल की इस बैठक में कई ऐसे प्रस्ताव हैं, जो सीधे तौर पर आम लोगों के जीवन को बेहतर बनाने का वादा करते हैं। देहरादून के रायपुर क्षेत्र में लंबे समय से फ्रीज पड़ी जमीन को मुक्त करने का प्रस्ताव इस बैठक का एक बड़ा आकर्षण है। अगर इस पर मुहर लगती है, तो स्थानीय लोगों को नई आर्थिक संभावनाएं मिल सकती हैं।
इसके अलावा, 'मुख्यमंत्री एकल महिला स्वरोजगार योजना' का प्रस्ताव भी महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक मजबूत कदम साबित हो सकता है। इस योजना के तहत अकेली महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आर्थिक सहायता और अवसर प्रदान किए जाएंगे।
खेल और स्वास्थ्य में नई पहल
उत्तराखंड के युवाओं के लिए खुशखबरी यह है कि प्रदेश के आठ शहरों में 23 नई खेल अकादमियों के निर्माण का लिगेसी प्लान तैयार है। अगर इस प्रस्ताव को हरी झंडी मिलती है, तो युवाओं को खेल के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा दिखाने का बेहतर मंच मिलेगा। साथ ही, स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत करने के लिए स्टेट एलाइड एंड हेल्थ केयर काउंसिल के गठन का प्रस्ताव भी चर्चा में है। यह कदम न केवल स्वास्थ्य सुविधाओं की गुणवत्ता बढ़ाएगा, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा करेगा।
योग और महिला नीति
उत्तराखंड, जो योग और अध्यात्म का केंद्र रहा है, अब अपनी योग नीति को और मजबूत करने की दिशा में कदम उठा रहा है। इस बैठक में योग नीति और महिला नीति पर भी फैसला होने की संभावना है। लंबे समय से तैयार हो रही इन नीतियों के लागू होने से न केवल योग को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि महिलाओं के लिए भी नई योजनाएं और अवसर सामने आएंगे। यह उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत और सामाजिक प्रगति को एक साथ आगे ले जाने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।
रोजगार और सुरक्षा को प्राथमिकता
बैठक में चीनी मिलों के 123 सीजनल मृतक कर्मचारियों के आश्रितों को नौकरी देने का प्रस्ताव भी अहम है। यह कदम उन परिवारों के लिए राहत लेकर आएगा, जो आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। इसके अलावा, उत्तराखंड में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए परिवहन विभाग की रोड सेफ्टी पॉलिसी भी चर्चा में है। इस नीति के लागू होने से सड़कों पर सुरक्षा बढ़ेगी और दुर्घटनाओं में कमी आएगी।
शहरी विकास और समानता की दिशा में कदम
प्रदेश के सभी नगर निकायों में एक समान टैक्स प्रणाली लागू करने का प्रस्ताव भी इस बैठक का हिस्सा है। यह कदम न केवल प्रशासनिक प्रक्रिया को आसान बनाएगा, बल्कि जनता पर कर का बोझ भी कम करेगा। इसके साथ ही, पुराने बाजारों को नए सिरे से विकसित करने की री-डेवलपमेंट नीति भी प्रस्तावित है। यह योजना स्थानीय व्यापारियों और छोटे उद्यमियों के लिए नई संभावनाएं खोलेगी। उपनल कर्मचारियों के नियमितीकरण और हाल ही में बदले गए स्थानों के नामों पर भी फैसला होने की उम्मीद है।
उत्तराखंड के लिए एक नई शुरुआत
यह मंत्रिमंडल बैठक केवल प्रस्तावों और नीतियों तक सीमित नहीं है; यह उत्तराखंड के भविष्य को आकार देने का एक मौका है। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, खेल, और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में उठाए जा रहे ये कदम निश्चित रूप से प्रदेश को प्रगति के पथ पर ले जाएंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अगुवाई में यह बैठक न केवल नीतिगत फैसले लेगी, बल्कि लोगों के विश्वास को भी मजबूत करेगी।