उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना ने सबको झकझोर कर रख दिया है। एक 14 साल की दलित किशोरी के साथ गांव के ही तीन युवकों द्वारा कथित तौर पर गैंगरेप की घटना सामने आई है। इस मामले में पीड़िता के पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है और कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
किराने की दुकान जा रही थी किशोरी, रास्ते में हुआ अपराधपीड़िता के पिता के मुताबिक, 16 अगस्त की सुबह करीब 9 बजे उनकी बेटी किराने की दुकान पर जा रही थी। तभी रास्ते में गांव के ही तीन युवक—शहबान, दिलशाद और रसीद—ने उसे जबरन पकड़ लिया। आरोप है कि इन लोगों ने किशोरी का मुंह बंद किया, उसके हाथ-पैर पकड़े और उसे शहबान के घर ले गए। वहां करीब तीन घंटे तक उसे बंधक बनाकर रखा गया और उसके साथ दुष्कर्म किया गया। किसी को शक न हो, इसके लिए आरोपियों ने घर के बाहर ताला लगाकर बारी-बारी से पहरा भी दिया।
इसी दौरान शहबान के परिवार वाले भी वहां पहुंच गए। आरोप है कि शहबान की मां और चाची ने किशोरी को बुरी तरह पीटा और जान से मारने की धमकी दी। साथ ही चेतावनी दी कि अगर उसने गांव में किसी को यह बात बताई तो अंजाम बुरा होगा। इसके बाद उसे घर के बाहर फेंक दिया गया। घर पहुंचकर किशोरी ने अपने परिजनों को सारी आपबीती बताई, जिसके बाद परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। हालांकि, पुलिस ने शुरू में केवल जांच का आश्वासन दिया, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। रविवार को हिंदू संगठनों के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया।
पुलिस की लापरवाही पर भड़के हिंदू संगठनयह घटना बस्ती के सोनहा थाना क्षेत्र के असनहरा पुलिस चौकी के अंतर्गत एक गांव में हुई। आरोप है कि शनिवार को हुई इस वारदात की जानकारी पुलिस को होने के बावजूद कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। इससे नाराज हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता रविवार को असनहरा पुलिस चौकी पर पहुंचे और धरना शुरू कर दिया। उन्होंने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए तुरंत कार्रवाई की मांग की। धरने में शामिल लोगों ने एएसपी ओपी सिंह और सीओ स्वर्णिमा सिंह से मुलाकात कर इंसाफ की गुहार लगाई। इसके बाद सोनहा थाने में तीनों आरोपियों के खिलाफ गैंगरेप, पॉक्सो एक्ट और अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया।
चौकी पर धरना, नारेबाजी और कार्रवाई का दबावहिंदू संगठनों ने पुलिस की सुस्ती के खिलाफ असनहरा पुलिस चौकी पर धरना देकर अपना गुस्सा जाहिर किया। पीड़िता के पिता ने चौकी प्रभारी और थाने में तहरीर देकर घटना की पूरी जानकारी दी थी, लेकिन दूसरे दिन तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे नाराज विश्व हिंदू संगठन के नेता अखिलेश सिंह, बिंद गोपाल त्रिपाठी, मनीष पांडेय, विवेक श्रीवास्तव, अभिषेक वर्मा और अन्य कार्यकर्ता रविवार शाम को चौकी पर पहुंचे और धरना शुरू कर दिया। उन्होंने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की और कड़ी कार्रवाई की मांग की। आखिरकार, एएसपी और सीओ के आश्वासन के बाद धरना खत्म हुआ और पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया।
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